
Up Kiran, Digital Desk: पुरी की प्रसिद्ध रथ यात्रा से पहले, एक अद्भुत खबर सामने आई है। कलाकार सत्य ने भगवान जगन्नाथ के लिए जुड़वाँ 'नंदिघोष' रथ बनाकर सबको हैरान कर दिया है। यह पहल न केवल ओडिशा की समृद्ध कलात्मक विरासत को दर्शाती है, बल्कि भगवान जगन्नाथ के प्रति उनकी असीम भक्ति का भी प्रमाण है।
नंदिघोष भगवान जगन्नाथ के पवित्र रथ का नाम है, और यह विशेष रूप से लकड़ी से बने होते हैं। हर साल, पुरी में होने वाली भव्य रथ यात्रा के लिए नए रथों का निर्माण किया जाता है। आमतौर पर, एक ही नंदिघोष रथ बनाया जाता है, लेकिन इस बार सत्य की यह अनोखी पहल भक्ति और कला का एक अनूठा संगम है।
कलाकार सत्य ने इन दोनों रथों को पूरी श्रद्धा और बारीकी से हाथ से तैयार किया है। इन जुड़वाँ रथों को बनाने में कई हफ़्तों का समय लगा है, जिसमें लकड़ी को तराशने से लेकर जटिल नक्काशी तक, हर एक विवरण पर विशेष ध्यान दिया गया है। उनकी मेहनत और समर्पण हर एक कोने में साफ झलक रहा है।
इन जुड़वाँ नंदिघोषों का निर्माण ओडिशा की समृद्ध कलात्मक विरासत और भगवान जगन्नाथ के प्रति असीम भक्ति को दर्शाता है। यह सिर्फ एक कलाकृति नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक भेंट है जो आस्था और कारीगरी के गहरे संबंध को उजागर करती है।
पुरी में होने वाली रथ यात्रा से पहले इन जुड़वाँ रथों को देखना भक्तों के लिए एक विशेष अनुभव होगा। सत्य की यह अद्भुत कृति निश्चित रूप से इस साल की रथ यात्रा में एक नया आकर्षण जोड़ेगी और भक्तों को मंत्रमुग्ध कर देगी।
--Advertisement--