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Up Kiran, Digital Desk: अफ़ग़ानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर ख़ान मुत्तक़ी का दारुल उलूम देवबंद दौरा चर्चा में है। वे शनिवार को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में स्थित इस मशहूर इस्लामी मदरसे में आएंगे।
दारुल उलूम देवबंद के मीडिया प्रभारी अशरफ़ उस्मानी ने बताया कि विदेश मंत्री देवबंद पहुंचेंगे। वे हदीस पढ़ेंगे और मदरसे की तालीमी व्यवस्था को समझेंगे। उसके बाद दारुल उलूम परिसर का भ्रमण करेंगे और दावत का भी हिस्सा बनेंगे।
दोपहर करीब 3 बजे, आमिर ख़ान मुत्तक़ी छात्रों और आम जनता को एक जनसभा में संबोधित करेंगे। इस मौके पर उनके भाषण और विचारों को सुनने के लिए काफी संख्या में लोग जुटेंगे।
अशरफ़ उस्मानी ने कहा कि दारुल उलूम देवबंद एक अकादमिक केंद्र है, जो इस्लामी शिक्षा का प्रसार करता है। यह जगह भारत और विदेशों से कई विद्वानों को तैयार कर चुकी है। इसलिए अफ़ग़ान विदेश मंत्री का यह दौरा शिक्षा और विचारधारा के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
तालिबान के नियंत्रण के बाद यह पहली बार है जब उनका उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भारत आ रहा है। आमिर ख़ान मुत्तक़ी की भारत यात्रा 9 से 16 अक्टूबर तक निर्धारित है। इस दौरान वे विभिन्न जगहों पर भी मुलाकात करेंगे।
दारुल उलूम देवबंद की स्थापना 1800 के दशक के अंत में हुई थी। इस मदरसे के संस्थापक सैय्यद मुहम्मद आबिद, फजलुर रहमान उस्माई और महताब अली देवबंदी जैसे नाम हैं। वर्तमान परिसर की नींव मुहम्मद कासिम नानौतवी ने रखी थी।
इस मदरसे में मुख्य रूप से मनकुलत की शिक्षा दी जाती है और यह भारत में इस्लामी अध्ययन का एक महत्वपूर्ण केंद्र माना जाता है।