_2016288927.png)
Up Kiran, Digital Desk: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बीच भारत सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। तुर्की के सरकारी टीवी चैनल टीआरटी वर्ल्ड के सोशल मीडिया हैंडल भारत में ब्लॉक कर दिए गए हैं। यह कार्रवाई भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव और क्षेत्रीय सुरक्षा के संबंध में गलत सूचना के प्रसार को रोकने के लिए की गई है। इससे पहले भारत ने चीन के सरकारी प्रोपेगेंडा अखबार ग्लोबल टाइम्स के सोशल मीडिया हैंडल को ब्लॉक कर दिया था और फिर तुर्की के टीआरटी के खिलाफ भी कार्रवाई की थी।
टीआरटी वर्ल्ड और ग्लोबल टाइम्स पर भारत के खिलाफ भ्रामक और भड़काऊ सामग्री फैलाने का आरोप लगाया गया है। इन पाकिस्तान समर्थक देशों के समाचार पोर्टल अपने सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' से संबंधित फर्जी खबरें फैलाते पाए गए हैं, जिसके कारण उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
भारत सरकार के विरुद्ध दुष्प्रचार
भारत सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स को 8,000 से अधिक अकाउंट ब्लॉक करने का आदेश दिया, जिनमें अंतर्राष्ट्रीय समाचार एजेंसियों और प्रमुख उपयोगकर्ताओं के अकाउंट भी शामिल हैं। ये अकाउंट गलत सूचना फैला रहे थे जो राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेशी संबंधों और सामाजिक सद्भाव के लिए हानिकारक थी। सरकार का मानना है कि टीआरटी वर्ल्ड और ग्लोबल टाइम्स के खाते इस ऑपरेशन का हिस्सा हैं।
ग्लोबल टाइम्स और कुछ अन्य अकाउंटों पर पाकिस्तान समर्थक दुष्प्रचार फैलाने का आरोप लगाया गया है। भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान गलत सूचना का प्रसार तेजी से बढ़ा है। तुर्की के टीआरटी वर्ल्ड पर भी भारत विरोधी कवरेज का आरोप है। भारत ने यह कदम क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने और विदेशी दुष्प्रचार को रोकने के लिए उठाया है।
तुर्की ने पाकिस्तान का समर्थन किया
'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान तुर्की ने खुलकर पाकिस्तान का समर्थन किया था। इससे भारत और तुर्की के बीच तनाव बढ़ गया। ऑपरेशन सिंदूर 7-8 मई, 2025 की रात को शुरू हुआ था। यह ऑपरेशन पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर हमला करने के लिए किया गया था। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में की गई थी। पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे।
भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत नौ आतंकवादी शिविरों को नष्ट कर दिया, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के शिविर भी शामिल थे। तुर्की ने भारत की कार्रवाई की निंदा की और पाकिस्तान का समर्थन किया।
--Advertisement--