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भारत के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी एक बार फिर अपने दूरदर्शी निवेश का लोहा मनवाया है। साल 2008 की वैश्विक मंदी के दौरान जब अधिकांश निवेशक बाजार से पीछे हट रहे थे, तब अंबानी ने एक प्रमुख ब्लूचिप कंपनी में करीब 500 करोड़ रुपये का निवेश किया था। अब खबर है कि वह इस निवेश को भुनाने की तैयारी में हैं, जिससे उन्हें लगभग 2000 प्रतिशत तक का रिटर्न मिलने की उम्मीद है।

यह निवेश रिलायंस इंडस्ट्रीज की ओर से अमेरिका की प्रसिद्ध स्टार्टअप और अब फुली ग्रोथ कंपनी डेनबरी रिसोर्सेज में किया गया था। उस समय बाजार अनिश्चितता से जूझ रहा था और बड़ी-बड़ी कंपनियां भी आर्थिक संकट की चपेट में थीं। ऐसे समय में अंबानी का यह साहसिक कदम आज एक ऐतिहासिक फायदे की कहानी बन गया है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, उस समय रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कंपनी में हिस्सेदारी खरीदकर 500 करोड़ रुपये लगाए थे। बीते वर्षों में इस कंपनी का प्रदर्शन शानदार रहा और अब इसका वैल्यूएशन कई हजार करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। अगर रिलायंस यह हिस्सेदारी अब बेचता है तो उसे 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का रिटर्न मिल सकता है, जो निवेश पर लगभग 2000% का मुनाफा दर्शाता है।

यह उदाहरण बताता है कि संकट के समय भी सही रणनीति और दीर्घकालिक सोच से बड़ा लाभ कमाया जा सकता है। मुकेश अंबानी की इस निवेश रणनीति को कॉरपोरेट जगत में दूरदृष्टि और जोखिम लेने की क्षमता का प्रतीक माना जा रहा है।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह डील भविष्य के निवेशकों के लिए एक प्रेरणा बन सकती है कि मंदी जैसे हालातों को भी अवसर में बदला जा सकता है — बशर्ते निर्णय सोच-समझकर और रणनीतिक हो।

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