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Up Kiran, Digital Desk: जनवरी 2026 में होने वाली विजय हजारे ट्रॉफी में भारतीय क्रिकेट टीम के अहम खिलाड़ियों शुभमन गिल, केएल राहुल और रवींद्र जडेजा के भाग लेने की खबर ने घरेलू क्रिकेट को नई दिशा दी है। इन प्रमुख खिलाड़ियों ने अपनी-अपनी राज्य टीमों को टूर्नामेंट में अपनी उपस्थिति की पुष्टि कर दी है। इस कदम को लेकर क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि यह उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी वनडे सीरीज में बेहतर प्रदर्शन के लिए तैयार करेगा।

गिल, राहुल और जडेजा के मैच शेड्यूल का खुलासा

रिपोर्टों के अनुसार, शुभमन गिल पंजाब टीम के लिए 3 जनवरी को गोवा और 6 जनवरी को सिक्किम के खिलाफ मैदान पर उतरेंगे। वहीं, केएल राहुल कर्नाटक टीम की ओर से 3 और 6 जनवरी को त्रिपुरा और राजस्थान के खिलाफ मुकाबले खेलेंगे। दूसरी तरफ, रवींद्र जडेजा सौराष्ट्र के लिए 6 जनवरी को सर्विसेज और 8 जनवरी को गुजरात के खिलाफ खेलेंगे। इन खिलाड़ियों का यह फैसला उन्हें घरेलू मैचों में ज्यादा मैच अभ्यास देने के साथ-साथ टीम इंडिया की आगामी श्रृंखला की तैयारी में भी मदद करेगा।

न्यूजीलैंड श्रृंखला से पहले टीम इंडिया में वापसी

इन तीनों खिलाड़ियों को न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में टीम इंडिया में शामिल किए जाने की उम्मीद है। इसलिए, ये खिलाड़ी विजय हजारे ट्रॉफी के वह मैच खेलेंगे, जो वनडे सीरीज शुरू होने से पहले समाप्त हो जाएंगे। कहा जा रहा है कि गिल 7 या 8 जनवरी को वडोदरा में भारतीय टीम से जुड़ सकते हैं, जहां न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए तैयारी की जाएगी।

विजय हजारे ट्रॉफी का बढ़ता आकर्षण

यह पहली बार नहीं है जब बड़े नाम विजय हजारे ट्रॉफी में भाग ले रहे हैं। इससे पहले, रोहित शर्मा ने मुंबई के लिए टूर्नामेंट के पहले दो मैच खेले थे। उन्होंने सिक्किम के खिलाफ शतक जमाया था, लेकिन इसके बाद वे बिना कोई रन बनाए आउट हो गए और फिर उन्होंने टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लिया। इसी तरह, विराट कोहली ने दिल्ली के लिए आंध्र प्रदेश और गुजरात के खिलाफ शानदार पारियां खेली। कोहली ने आंध्र प्रदेश के खिलाफ 131 और गुजरात के खिलाफ 77 रन बनाए थे। उनका अंतिम मैच 6 जनवरी को रेलवे के खिलाफ होगा।

घरेलू क्रिकेट का महत्व: क्या बदल रहा है?

इन बड़े खिलाड़ियों का विजय हजारे ट्रॉफी में हिस्सा लेना घरेलू क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है। इससे यह साफ होता है कि भारतीय क्रिकेट के शीर्ष खिलाड़ी अब घरेलू टूर्नामेंट्स में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहते हैं, जिससे युवा क्रिकेटर्स को भी प्रेरणा मिलती है। इससे सिर्फ खिलाड़ियों की मैच फिटनेस और कौशल में सुधार होगा, बल्कि भारत की घरेलू क्रिकेट प्रणाली को भी मजबूती मिलेगी।