
Up Kiran, Digital Desk: भारतीय शेयर बाजार में चार दिनों की लगातार तेजी पर आज ब्रेक लग गया। बिकवाली और मुनाफावसूली के चलते सेंसेक्स और निफ्टी, दोनों ही प्रमुख सूचकांक लाल निशान में बंद हुए। इस गिरावट के पीछे मुख्य वजह सूचना प्रौद्योगिकी (IT) कंपनियों के शेयरों में हुई जोरदार बिकवाली रही।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 189.62 अंक यानी 0.26 प्रतिशत गिरकर 73,663.72 अंक पर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का व्यापक निफ्टी 67.05 अंक या 0.30 प्रतिशत की गिरावट के साथ 22,332.65 अंक पर आ गया।
कौन से शेयर गिरे और कौन से चढ़े?
सेंसेक्स में सबसे ज्यादा नुकसान में TCS (टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज), इन्फोसिस (Infosys), टेक महिंद्रा (Tech Mahindra), विप्रो (Wipro) और HCL टेक (HCLTech) जैसी बड़ी आईटी कंपनियाँ रहीं। इन कंपनियों के शेयरों में निवेशकों ने मुनाफावसूली की, जिसके चलते आईटी सेक्टर में भारी गिरावट देखने को मिली।
कुछ शेयर बढ़त के साथ बंद हुए, जिन्होंने बाजार की गिरावट को कुछ हद तक थामने की कोशिश की। इनमें मारुति (Maruti), HDFC बैंक, SBI (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) और नेस्ले (Nestle) के शेयर शामिल रहे।
वैश्विक बाजारों और अन्य कारकों का हाल
वैश्विक बाजारों की बात करें तो एशिया के प्रमुख बाजार गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि यूरोप के बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी देखी गई, जो एक मिश्रित संकेत था।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 84 डॉलर प्रति बैरल से नीचे बना रहा, जो बाजार के लिए एक सकारात्मक संकेत है। वहीं, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया भी कमजोर होकर 82.90 के स्तर पर बंद हुआ।
गौरतलब है कि शुक्रवार को विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) भारतीय बाजारों में शुद्ध खरीदार रहे थे, जिन्होंने 2,790.16 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे। इसके बावजूद आज बाजार में गिरावट दर्ज की गई, जो मुख्य रूप से घरेलू निवेशकों द्वारा की गई मुनाफावसूली का नतीजा माना जा रहा है।
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