Mahakumbh stampede: महाकुंभ मेले के मौनी अमावस्या के खास मौके पर लाखों भक्त संगम स्नान के लिए उमड़ पड़े। मंगलवार-बुधवार की रात्रि लगभग डेढ़ बजे जब श्रद्धालुओं की संख्या अपने चरम पर थी, अचानक भगदड़ मच गई। इस घटना में कई लोगों के घायल होने की सूचना है, जिन्हें मेला क्षेत्र में बनाए गए अस्पतालों में उपचार के लिए भेजा गया है। हालाँकि, कुछ मीडिया रिपोर्टों में यह भी कहा जा रहा है कि इस भगदड़ में कई लोगों की मौत हो गई है, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक आंकड़ा या बयान जारी नहीं किया गया है।
जानकारी के मुताबिक, कुंभ इस बार भी लोगों से भरा हुआ था। संगम तट पर मौजूद श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने जब स्नान के लिए आगे बढ़ना शुरू किया, तभी अचानक बैरिकेड टूट गए। इस अचानक हुए हादसे ने भगदड़ का रूप ले लिया और भक्त एक-दूसरे पर चढ़ने लगे। इस दृश्य ने वहां मौजूद लोगों को हैरान कर दिया।
स्थानीय प्रशासन ने तुरंत एंबुलेंस भेजी और घायलों को कुंभ मेला क्षेत्र में बने अस्पताल में ले जाया गया। इसके लिए विशेष ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण किया गया। इससे एंबुलेंस तेजी से अस्पताल पहुंच सकें। जहां घायलों का प्राथमिक उपचार किया गया। वहीं गंभीर रूप से घायल लोगों को प्रयागराज के विभिन्न अस्पतालों में रेफर किया गया।
इस भगदड़ के बाद एक और गंभीर समस्या उभरकर सामने आई है— वो है उन लोगों की बिछड़न की त्रासदी जो अपने परिजनों से बिछड़ गए हैं। विशेष रूप से बुजुर्ग श्रद्धालुओं की संख्या अधिक है, जो इस भीड़-भाड़ में खो गए हैं। ग्राउंड रियलिटी ये है कि खोने वालों की तादाद कई गुना बढ़ गई है, और प्रशासन को अब उन परिवारों की तलाश में जुटना होगा जो अपने प्रियजनों को खोजने के लिए परेशान हैं।