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12 जून 2025 को अहमदाबाद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 बोइंग 787‑8 ड्रीमलाइनर ने टेक‑ऑफ के तुरंत बाद मेघानीनगर इलाके में एक आवासीय कॉलेज हॉस्टल पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से केवल एक यात्री जीवित बचा, जबकि लगभग 241 यात्रियों और चालक दल की मृत्यु हुई। साथ ही, ग्राउंड पर कम से कम 39 से अधिक लोगों की जान चली गई, और 60 से ज्यादा घायल हुए  ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई शीर्ष नेता तुरंत अहमदाबाद पहुंचे और राहत तथा बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर शुरू कराया गया  । एयर इंडिया की ओर से भी हेल्पलाइन शुरू की गई और सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त किया गया  ।

तकनीकी जांच के दौरान DGCA ने पाया कि विमान उड़ान से पहले सुरक्षा नियमों का पर्याप्त पालन नहीं किया गया। इसके तुरंत बाद, DGCA ने तीन वरिष्ठ अधिकारियों, जिनमें क्रू रोस्टरिंग विभाग के प्रमुख भी शामिल थे, को एयर इंडिया से हटा दिया है  । इसके साथ ही विमान सुरक्षा प्रमुख का एक महीने का निलंबन भी किया गया  ।

DGCA ने इस घटनाक्रम को देखते हुए ड्रोन और फ्लाइट रिकॉर्डर सहित विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं और सभी विमान के सुरक्षा मानदंडों की समीक्षा करने के लिए तीनों विभागों में सुधार करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने एयर इंडिया से पायलट और डिस्पैचर का प्रशिक्षण रिकॉर्ड भी मांग लिया है  ।

अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों पर असर पड़ा: केवल 33 में से 24 ड्रीमलाइनर विमानों की जांच पूरी हो पाई, कई उड़ानें रद्द करनी पड़ीं  ।

एयर इंडिया के सीईओ कैम्पबेल विल्सन ने पुनः आश्वासन दिया कि कोई भी विमान तब तक उड़ान नहीं भरेगा जब तक उसे शत‑प्रतिशत सुरक्षित नहीं माना जाए  । DGCA का यह कड़ा फैसला बताता है कि वह भारत में विमान सुरक्षा को प्राथमिकता दे रही है और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए प्रबंधों को सुधारने का गंभीर प्रयास कर रही है।
 

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