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Up Kiran, Digital Desk:  इस साल वायुसेना दिवस 2025 का आयोजन भारत के सबसे अहम एयरबेस हिंडन पर हुआ। आसमान में जब राफेल, सुखोई और मिग-29 जैसे फाइटर जेट गरजे, तो हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो गया।

परेड के दौरान भारतीय वायुसेना ने अपनी ताकत, ऑपरेशनल रेडीनेस और तकनीकी आधुनिकता का दमदार प्रदर्शन किया। इसके साथ ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलताओं को भी खास अंदाज में दिखाया गया।

ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब

एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर, भारत की जवाबी क्षमता और रणनीतिक सूझबूझ का प्रतीक है। यह अभियान खासतौर पर उस आतंकी हमले के जवाब में चलाया गया था, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया था।

उन्होंने बताया कि भारत ने दुश्मन की हरकतों का जवाब न सिर्फ सटीकता से दिया, बल्कि उसे पीछे हटने पर मजबूर भी किया। पाकिस्तान के डीजीएमओ को फोन कर युद्धविराम की मांग करनी पड़ी।

एयर चीफ ने परेड में ली सलामी

भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने हिंडन एयरबेस पर आयोजित परेड का निरीक्षण किया और गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी ली।

इससे पहले राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर सीडीएस जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

भारत की वायुशक्ति का जलवा

परेड में भारत के ताकतवर विमानों ने हिस्सा लिया, जिनमें शामिल थे:

राफेल और सुखोई Su-30MKI

मिग-29 फाइटर जेट

C-130J हरक्यूलिस और C-17 ग्लोबमास्टर III

अपाचे हेलीकॉप्टर और नेत्र AEW&C

स्वदेशी रोहिणी रडार और आकाश मिसाइल सिस्टम

हाल ही में सेवा से हटाए गए मिग-21 बाइसन को भी अंतिम बार उड़ान में देखा गया, जो दर्शकों के लिए एक इमोशनल पल था।

राष्ट्रपति और पीएम मोदी ने दी बधाई

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायुसेना दिवस के मौके पर भारतीय वायु योद्धाओं को शुभकामनाएं दीं।

पीएम मोदी ने कहा, "भारतीय वायुसेना बहादुरी, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति की मिसाल है।" उन्होंने वायुसेना के समर्पण और बलिदान को देश के लिए प्रेरणा बताया।