ajmer news: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने आज एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए अजमेर शहर के भिनाय थाना में तैनात कांस्टेबल अर्जुन लाल और ई-मित्र संचालक विक्रम शर्मा को दो हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों अरेस्ट किया। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की निरंतर मुहिम का एक और उदाहरण है।
एसीबी के महानिदेशक पुलिस डॉ. रवि प्रकाश मेहरडा ने बताया कि उन्हें एक शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसमें कहा गया था कि कांस्टेबल अर्जुन लाल एक परिवादी के खिलाफ दर्ज परिवाद की जांच कर रहे थे। परिवादी ने बताया कि मामले में राजीनामा होने के बावजूद कांस्टेबल ने परिवाद को बंद करने के लिए 10,000 रुपये की मांग की।
शिकायत के अनुसार, पहले 15 दिसंबर को परिवादी से तीन हजार रुपये लिए गए थे और शेष चार हजार रुपये के बदले उसकी सोने की अंगूठी ई-मित्र संचालक विक्रम शर्मा के पास रखवा दी गई थी। परिवादी ने इस मामले की शिकायत एसीबी में दर्ज कराई, जिसके बाद जांच शुरू की गई।
एसीबी के उप महानिरीक्षक कालुराम रावत और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भागचन्द्र के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक दीनदयाल और अन्य अधिकारियों ने ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया। जांच के दौरान सत्यापन के दौरान आरोपी कांस्टेबल अर्जुन लाल और विक्रम शर्मा को दो हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथों अरेस्ट किया गया। रिश्वत की राशि विक्रम शर्मा की जैकेट से बरामद की गई।