_1637057133.png)
Up Kiran, Digital Desk: अमेरिका और चीन के बीच लंबे समय से चल रहे ट्रेड वॉर में अब एक नया और बड़ा मोड़ आ गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को एक बड़ा ऐलान करते हुए बीजिंग से आने वाले सभी सामानों पर 100 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने का आदेश दिया है।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर एक लंबी पोस्ट में बताया कि 1 नवंबर से चीन के सभी महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर पर एक्सपोर्ट कंट्रोल भी लगाया जाएगा। उनका यह कदम अमेरिका की आक्रामक ट्रेड पॉलिसी को और मजबूत करता दिख रहा है।
चीन पर 'आर्थिक हमले' का आरोप
ट्रंप ने चीन पर यह आरोप लगाया है कि वह वैश्विक व्यापार के नियमों का सम्मान नहीं कर रहा। उन्होंने कहा, “दुनिया के किसी भी कोने में ऐसा व्यापारिक रवैया नहीं देखा गया है। यह न सिर्फ आर्थिक रूप से गलत है, बल्कि नैतिक रूप से भी अस्वीकार्य है।”
उन्होंने दावा किया कि चीन यह सब कुछ पहले से प्लान कर चुका था। अब अमेरिका को मजबूर होकर कड़ा एक्शन लेना पड़ा है, जिसका असर सिर्फ चीन पर नहीं बल्कि पूरी दुनिया पर पड़ेगा।
क्या ट्रंप-शी की मीटिंग होगी रद्द?
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने शी जिनपिंग के साथ अपनी प्रस्तावित बैठक अभी तक रद्द नहीं की है। लेकिन उनके बयान से यह साफ है कि हालात पहले जैसे नहीं रहे।
जब मीडिया ने पूछा कि क्या टैरिफ वापस लिए जा सकते हैं, तो उन्होंने कहा – “अभी कुछ नहीं कह सकता। हमने इसे 1 नवंबर से लागू करने की योजना बनाई है, देखते हैं क्या होता है।”
उन्होंने आगे जोड़ा – “मुझे नहीं लगता कि चीन की यह हरकत दुनिया को पसंद आएगी। यह उनके लिए भी झटका है, हमारे लिए भी।”