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Up Kiran, Digital Desk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में सरकार के मुखिया के तौर पर 25 साल का लंबा सफर पूरा किया है। इस खास मौके पर, उनके सबसे करीबी सहयोगी और देश के गृह मंत्री अमित शाह ने उनकी जमकर तारीफ की है। अमित शाह का कहना है कि मोदी जी ने सिर्फ राजनीति नहीं की, बल्कि उन्होंने यह साबित किया है कि एक सच्चा नेतृत्व कैसा होता है और कैसे वह करोड़ों लोगों की जिंदगी बदल सकता है।

क्या है 'स्वराज' को 'सुराज' से जोड़ने का मतलब?

अमित शाह ने एक बहुत ही गहरी बात कही। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने 'स्वराज' (यानी सिर्फ आजादी) को 'सुराज' (यानी अच्छा शासन) से जोड़ने का काम किया है।

आसान भाषा में कहें तो, उनका मानना है कि सिर्फ अंग्रेजों से आजादी पा लेना ही काफी नहीं था। असली आजादी तब मिलती है जब देश के हर गरीब, हर वंचित इंसान तक सरकार की योजनाएं पहुंचें और उनका जीवन बेहतर हो। मोदी जी के नेतृत्व ने इसी सोच को हकीकत में बदला है।

यह सिर्फ योजनाएं नहीं, बल्कि सम्मान था

शाह ने याद दिलाया कि 2014 से पहले देश की करोड़ों महिलाओं के पास अपनी कोई पहचान तक नहीं थी। उनका कोई बैंक खाता नहीं था, उनके घरों में शौचालय या गैस सिलेंडर नहीं था।

मोदी जी ने इन छोटी-छोटी, लेकिन सबसे जरूरी जरूरतों पर ध्यान दिया:

करोड़ों बैंक खाते (जन-धन): पहली बार गरीबों को देश की अर्थव्यवस्था से सीधे जोड़ा।

घर-घर शौचालय: महिलाओं को सम्मान और सुरक्षा दी।

उज्ज्वला योजना: करोड़ों मां-बहनों को धुएं से आजादी दिलाई।

हर घर बिजली और पानी: जो 70 सालों में नहीं हुआ, वह मुमकिन करके दिखाया।

अमित शाह ने कहा कि यह सिर्फ योजनाएं नहीं थीं, बल्कि यह करोड़ों लोगों को यह एहसास दिलाने का एक तरीका था कि इस देश पर उनका भी उतना ही हक है।

25 साल में एक भी छुट्टी नहीं: अमित शाह ने इस बात पर भी जोर दिया कि पीएम मोदी की यह यात्रा त्याग और निस्वार्थ सेवा की एक मिसाल है। उन्होंने बताया कि गुजरात के मुख्यमंत्री बनने से लेकर आज प्रधानमंत्री बनने तक, इन 25 सालों में मोदी जी ने एक भी दिन छुट्टी नहीं ली है। वह हर पल सिर्फ और सिर्फ देश के बारे में सोचते हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि मोदी जी ने देश की राजनीति से तीन नासूरों को खत्म कर दिया - परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण।

दुनिया देख रही है नए भारत की ताकत

गृह मंत्री ने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत को एक दोस्त ('विश्वमित्र') के रूप में देख रही है। मोदी जी के नेतृत्व में भारत की संस्कृति, योग और आयुर्वेद को पूरी दुनिया में एक नई पहचान मिली है। उनका एक ही सपना है - 2047 तक भारत को एक 'विकसित भारत' बनाना, और पूरा देश इस सपने को पूरा करने के लिए उनके साथ खड़ा है।