
Up Kiran, Digital Desk: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की स्थापना के 100 साल पूरे होने के मौके पर नागपुर में आयोजित शताब्दी समारोह में हिस्सा लिया और खुद को एक गौरवान्वित "स्वयंसेवक" बताया. उन्होंने राष्ट्र निर्माण में संघ के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि RSS ने भारत की सोई हुई आत्मा को जगाने का काम किया है.
RSS के मुख्यालय नागपुर में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में बोलते हुए, अमित शाह ने कहा, "आज मैं जो कुछ भी हूं, वह संघ और इसकी विचारधारा की वजह से ही हूं. मुझे एक स्वयंसेवक होने पर बहुत गर्व है."
"गाली और तिरस्कार के बीच भी संघ ने अपना रास्ता नहीं छोड़ा"
अमित शाह ने संघ की 100 साल की लंबी यात्रा को याद करते हुए कहा कि संगठन ने कई चुनौतियों, आलोचनाओं और यहां तक कि गालियों का भी सामना किया, लेकिन कभी भी अपने रास्ते से नहीं भटका. उन्होंने कहा, "संघ की स्थापना भारत को 'विश्व गुरु' बनाने के एकमात्र लक्ष्य के साथ की गई थी, और आज भी संगठन उसी रास्ते पर मजबूती से चल रहा है."
उन्होंने जोर देकर कहा कि संघ की ताकत सत्ता में नहीं, बल्कि जनसेवा में निहित है. अमित शाह ने कहा, "संघ ने कभी भी राजनीतिक सत्ता के लिए काम नहीं किया. इसका काम समाज सेवा, आपदा राहत और भारतीय संस्कृति के संरक्षण के माध्यम से देश को मजबूत बनाना है."
‘भारत की आत्मा को जगाया: गृह मंत्री ने कहा कि संघ ने अपने निस्वार्थ सेवा कार्यों से भारत की सांस्कृतिक, सामाजिक और राष्ट्रीय चेतना को फिर से जगाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि डॉ. हेडगेवार द्वारा कुछ लोगों के साथ शुरू किया गया यह छोटा सा पौधा आज एक विशाल वटवृक्ष बन गया है, जिसकी शाखाएं दुनिया भर में फैली हुई हैं और भारत माता की सेवा कर रही हैं.