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Up Kiran, Digital Desk: बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार में ज़ोर भरते हुए, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को पूर्णिया में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। अपने भाषण के दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला। शाह ने स्पष्ट कहा कि ये दोनों नेता बिहार के सीमांचल इलाके को अवैध घुसपैठियों का ठिकाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

गृह मंत्री ने केंद्र सरकार की मंशा साफ़ करते हुए कहा कि उनकी सरकार हर अवैध प्रवासी की पहचान करेगी, उनका नाम मतदाता सूची से हटाएगी और उन्हें देश से बाहर भेजेगी। उन्होंने भरी सभा में दावा किया कि एनडीए गठबंधन इस 243 सीटों वाली विधानसभा में 160 से अधिक सीटें जीतकर बिहार में अगली सरकार बनाएगा।

शाह ने 6 नवंबर को हुए पहले चरण के मतदान का ज़िक्र करते हुए कहा कि राज्य के आधे मतदाताओं ने पहले ही कांग्रेस-राजद गठबंधन को ख़ारिज कर दिया है। उन्होंने अपनी बात दोहराई कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव सीमांचल को घुसपैठियों के लिए खोल रहे हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। हम हर हाल में अवैध प्रवासियों का पता लगाएंगे और उन्हें उनके देश वापस भेजेंगे।

'पाकिस्तान की गोली का जवाब गोले से': आतंकवाद पर दहाड़े शाह

सुरक्षा और आतंकवाद के मुद्दे पर बोलते हुए अमित शाह ने पिछली सरकारों पर भी निशाना साधा। उन्होंने याद दिलाया कि सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह और लालू यादव के शासनकाल में आतंकवादी बेखौफ़ होकर कश्मीर में घुसते थे और हमला करके निकल जाते थे।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की तारीफ़ करते हुए कहा कि जब उरी में हमला हुआ तो हमने सर्जिकल स्ट्राइक की। पुलवामा की घटना के बाद एयर स्ट्राइक से जवाब दिया गया। यहाँ तक कि पहलगाम में तीर्थयात्रियों की हत्या के बाद ऑपरेशन सिंदूर चलाकर हमने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को ख़त्म किया।

गृह मंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि मोदी जी ने सुनिश्चित किया है कि बिहार में एक रक्षा गलियारा बनाया जाएगा। उन्होंने भीड़ को आश्वासन दिया कि अगर भविष्य में आतंकवादियों ने फिर कोई हरकत की तो उनकी 'गोली' का जवाब 'गोले' से दिया जाएगा।