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Up Kiran, Digital Desk: लंबे, घने और चमकदार बाल किसे पसंद नहीं होते? बाज़ार में महंगे शैम्पू और सीरम की भरमार है, जो लंबे बालों का वादा तो करते हैं, लेकिन असर अक्सर कुछ खास नहीं होता। ऐसे में लोग अब दादी-नानी के नुस्खों और आयुर्वेद की ओर लौट रहे हैं, जहां आंवला और भृंगराज जैसी जड़ी-बूटियों का सालों से इस्तेमाल होता आया है।

ये दोनों ही चीज़ें न सिर्फ बालों को बढ़ाने में मदद करती हैं, बल्कि बालों का झड़ना, रूखापन, डैंड्रफ और समय से पहले सफेद होने जैसी समस्याओं को भी दूर करती हैं। लेकिन सवाल यह उठता है कि इन दोनों में से बालों को तेज़ी से बढ़ाने में कौन ज़्यादा असरदार है?

आंवला: बालों के लिए प्रकृति का वरदान

आंवला, जिसे इंडियन गूजबेरी भी कहते हैं, विटामिन सी, अमीनो एसिड और मिनरल्स का खजाना है। ये सभी पोषक तत्व बालों की जड़ों को मज़बूत बनाते हैं। आंवले में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण भी होते हैं, जो सिर की त्वचा (स्कैल्प) को स्वस्थ रखते हैं, डैंड्रफ को कम करते हैं और बालों को समय से पहले सफेद होने से रोकते हैं। सीधे शब्दों में कहें तो आंवला आपके बालों को जड़ से सिरे तक पोषण देता है।

कैसे इस्तेमाल करें आंवला.आंवला तेल: हल्के हाथों से आंवले के तेल से स्कैल्प पर मसाज करें और रात भर के लिए छोड़ दें। सुबह शैम्पू कर लें।

आंवला पेस्ट: आंवला पाउडर में थोड़ा सा तेल मिलाकर पेस्ट बना लें। इसे बालों में 30 मिनट तक लगाकर रखें और फिर धो लें।

ताज़ा आंवला मास्क: ताज़े आंवले को पीसकर गाढ़ा पेस्ट बना लें और इसे 40 मिनट तक बालों में लगाकर रखें, फिर अच्छे से धो लें।

भृंगराज: जिसे कहते हैं ‘बालों का राजा: आयुर्वेद में भृंगराज को बालों के लिए किसी वरदान से कम नहीं माना गया है। यह स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है, जिससे बालों की जड़ों तक ज़रूरी पोषण पहुंचता है। इसमें प्रोटीन की भी अच्छी मात्रा होती है, जो बालों को मज़बूती देती है। भृंगराज का नियमित इस्तेमाल न सिर्फ बालों को तेज़ी से बढ़ाता है, बल्कि बालों का झड़ना भी रोकता है।

कैसे इस्तेमाल करें भृंगराज?भृंगराज तेल: तेल को हल्का गर्म करके स्कैल्प पर मालिश करें। 30 मिनट बाद सिर धो लें।

भृंगराज पाउडर: इसके पाउडर को सीधे स्कैल्प पर लगा सकते हैं या फिर इसका सेवन भी कर सकते हैं, ताकि बालों को अंदर से पोषण मिले।

तो फिर बेहतर कौन है? आंवला या भृंगराज?

सच तो यह है कि ये दोनों एक-दूसरे के प्रतियोगी नहीं, बल्कि साथी हैं। दोनों के अपने-अपने फायदे हैं और जब इन्हें साथ मिला दिया जाता है, तो इनका असर दोगुना हो जाता है।

आंवला जहां स्कैल्प को स्वस्थ बनाने और डैंड्रफ जैसी समस्याओं को दूर करने का काम करता है, वहीं भृंगराज बालों को मज़बूती देकर उनका झड़ना कम करता है। इसलिए, अगर आप बालों से जुड़ी हर समस्या का एक मज़बूत समाधान चाहते हैं, तो इन दोनों को मिलाकर इस्तेमाल करना सबसे अच्छा विकल्प है। इससे आपके बाल न सिर्फ लंबे और घने होंगे, बल्कि पहले से कहीं ज़्यादा चमकदार और स्वस्थ भी दिखेंगे।