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Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश सरकार ने राज्य के हस्तशिल्प और विशेष रूप से प्रसिद्ध कलमकारी कला से जुड़े कारीगरों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। सरकार ने इन पारंपरिक कलाओं और इन्हें जीवित रखने वाले मेहनती कारीगरों को हर संभव 'पूरा समर्थन' प्रदान करने का आश्वासन दिया है।

यह कदम आंध्र प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और उसे बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। हस्तशिल्प और कलमकारी सिर्फ कला के रूप नहीं हैं, बल्कि हजारों परिवारों के लिए आजीविका का प्रमुख स्रोत भी हैं। इन कलाओं को अक्सर बाजार की चुनौतियों और आधुनिक प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है, जिससे कारीगरों के सामने वित्तीय और परिचालन संबंधी कठिनाइयाँ आती हैं।

सरकार का यह वादा इन कारीगरों को राहत देने और उनकी कला को पुनर्जीवित करने में मदद करने के उद्देश्य से है। समर्थन में विभिन्न पहलू शामिल हो सकते हैं, जैसे कि उनके कौशल को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम, कच्चे माल की आसान उपलब्धता सुनिश्चित करना, उनके उत्पादों के लिए बेहतर विपणन मंच और प्रदर्शनियाँ आयोजित करना, और उनके सामाजिक व वित्तीय कल्याण के लिए योजनाएं लागू करना।

सरकार का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि ये अद्वितीय कला रूप न केवल जीवित रहें, बल्कि आधुनिक बाजार में भी अपनी जगह बना सकें और कारीगरों को उनके श्रम का उचित मूल्य मिल सके। यह पहल राज्य के ग्रामीण और पारंपरिक अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करने में सहायक होगी।

आंध्र प्रदेश सरकार का यह समर्थन इन कारीगरों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने, उनकी कला को नई ऊंचाइयों पर ले जाने और राज्य की सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करने की दिशा में एक सराहनीय कदम है।

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