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Up Kiran,Digital Desk: एक बार फिर नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर शांति भंग करने की कोशिश की गई है। ताजा घटनाक्रम में पाकिस्तानी सेना की चौकियों ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा और पुंछ जिलों के सरहदवर्ती इलाकों को निशाना बनाते हुए बिना किसी उकसावे के छोटे हथियारों से अंधाधुंध गोलीबारी की। यह कायराना हरकत 27 और 28 अप्रैल की मध्यरात्रि को हुई। हालांकि भारतीय सेना के वीर जवानों ने इस aggression का मुंहतोड़ जवाब दिया और दुश्मन की बोलती बंद कर दी।

यह लगातार चौथी रात है जब पाकिस्तान ने एलओसी पर बिना किसी कारण गोलीबारी की है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब पिछले हफ्ते पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले के बाद नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच पहले से ही तनाव काफी बढ़ गया है। रक्षा प्रवक्ता ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा "27-28 अप्रैल की रात को पाकिस्तानी सेना की चौकियों ने कुपवाड़ा और पुंछ जिलों के सामने के इलाकों में नियंत्रण रेखा के पार छोटे हथियारों से अकारण गोलीबारी की। हमारे सैनिकों ने तुरंत और प्रभावी ढंग से इसका जवाब दिया।" भारतीय सेना की इस त्वरित और दमदार प्रतिक्रिया ने दुश्मन के मंसूबों को नाकाम कर दिया।

तनाव के बीच नागरिकों की वापसी जारी

एक तरफ सरहद पर तनाव बढ़ रहा है तो दूसरी तरफ अटारी-वाघा सरहद बिंदु से नागरिकों की आवाजाही जारी है। अधिकारियों के अनुसार 24 अप्रैल से शुरू हुए चार दिनों में 537 पाकिस्तानी नागरिक भारत से वापस अपने देश लौट गए। इनमें नौ राजनयिक और अधिकारी भी शामिल थे। दरअसल पड़ोसी देश के 12 श्रेणियों के अल्पकालिक वीजा धारकों के लिए भारत छोड़ने की अंतिम तिथि रविवार (27 अप्रैल) को समाप्त हो गई थी।

वहीं इसी अवधि में 850 भारतीय नागरिक भी पाकिस्तान से अपने वतन लौटे हैं। इनमें 14 राजनयिक और अधिकारी शामिल हैं जिन्होंने पंजाब स्थित अंतर्राष्ट्रीय सरहद पार करके भारत में प्रवेश किया। इस आवाजाही से स्पष्ट है कि दोनों देशों के बीच तनाव के बावजूद नागरिकों की वापसी की प्रक्रिया जारी है।

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