
एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां एक 10वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र ने सिर्फ इस वजह से फांसी लगाकर जान दे दी क्योंकि उसकी मां ने उसे टीवी देखने से मना किया और पढ़ाई करने के लिए कहा।
घटना एक सामान्य परिवार की है। छात्र परीक्षा की तैयारी कर रहा था, लेकिन वह टीवी देखना चाहता था। मां ने उसे पढ़ाई पर ध्यान देने की सलाह दी, जिससे वह नाराज़ हो गया। थोड़ी देर बाद वह चुपचाप अपने कमरे में चला गया और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया।
जब काफी देर तक कमरे से कोई आवाज नहीं आई तो घरवालों को चिंता हुई। दरवाजा तोड़ने पर देखा गया कि छात्र ने पंखे से लटककर जान दे दी। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस घटना ने पूरे परिवार और मोहल्ले को सदमे में डाल दिया है। किसी को यकीन नहीं हो रहा कि इतनी छोटी सी बात पर कोई बच्चा इतना बड़ा कदम उठा सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि किशोरावस्था में बच्चे भावनात्मक रूप से बहुत संवेदनशील होते हैं। उन्हें छोटी-छोटी बातों का गहरा असर लग सकता है। इसलिए अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों के साथ नरमी से पेश आएं और लगातार संवाद बनाए रखें।
यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि बच्चों को केवल पढ़ाई का दबाव देना काफी नहीं है, उनके मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना जरूरी है।
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