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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय क्रिकेट के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने लंबे सफर के बाद इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) से भी संन्यास लेने का फैसला कर लिया है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से विदाई वे पहले ही ले चुके थे, लेकिन अब घरेलू टी20 लीग में भी उनके प्रशंसक उन्हें खेलते हुए नहीं देख पाएंगे। उनकी यह घोषणा भारतीय क्रिकेट जगत के लिए एक भावनात्मक पल है, क्योंकि अश्विन उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से रहे हैं जिन्होंने आईपीएल के साथ-साथ टीम इंडिया को भी कई अविस्मरणीय पल दिए।

बुधवार, 27 अगस्त को अश्विन ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर यह बड़ी घोषणा की। उन्होंने संदेश साझा करते हुए स्पष्ट किया कि भले ही उनके लिए आईपीएल का अध्याय अब समाप्त हो चुका है, लेकिन वे खेल से पूरी तरह दूर नहीं होंगे। उनका अगला कदम दुनियाभर की अन्य टी20 लीग्स में खेलने का रहेगा, जहां वे क्रिकेट को एक नए नजरिए के साथ तलाशना चाहते हैं।

पिछला सीजन चेन्नई सुपर किंग्स के लिए अश्विन के करियर का चुनौतीपूर्ण समय साबित हुआ। टीम ने उन्हें 9.75 करोड़ रुपये की भारी रकम चुकाकर 2025 सीजन में अपने साथ जोड़ा था, लेकिन प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। नौ मुकाबलों में वे केवल सात विकेट ही हासिल कर सके और उनका इकॉनमी रेट 9.12 रहा। यही कारण रहा कि सीजन के अंत तक वे कभी-कभी प्लेइंग इलेवन से भी बाहर कर दिए गए। सीएसके भी तालिका में सबसे निचले स्थान पर रही, जिसके चलते टीम प्रबंधन द्वारा उन्हें रिलीज किए जाने की अटकलें तेज थीं। हालांकि, अश्विन ने उससे पहले ही स्वयं संन्यास की घोषणा कर दी।

अपने संदेश में उन्होंने लिखा कि हर अंत एक नई शुरुआत लेकर आता है। उन्होंने बीते वर्षों में मिली यादों और अनुभवों के लिए सभी फ्रेंचाइजी, आईपीएल और बीसीसीआई का आभार जताया। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि आगे का सफर उनके लिए रोमांचक अवसरों से भरा होगा और वे उसका पूरा आनंद उठाना चाहते हैं।

अश्विन का आईपीएल करियर बेहद समृद्ध और प्रभावशाली रहा। 221 मैचों में उन्होंने 187 विकेट अपने नाम किए और अब तक की लीग के इतिहास में पांचवें सबसे सफल गेंदबाज बन गए। हालांकि 2025 के सीजन में वे पर्पल कैप की रेस में 49वें स्थान पर रहे, परंतु उनके करियर की उपलब्धियों को देखते हुए यह साफ है कि उन्होंने टूर्नामेंट में अपनी एक अमिट छाप छोड़ी है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने पिछला साल दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान बॉर्डर-गावस्कर सीरीज़ में अंतिम बार भारत के लिए खेला था। उस समय ही उन्होंने संकेत दे दिया था कि क्रिकेट से जुड़े नए रास्तों की तलाश जल्द ही शुरू होने वाली है।

अब आईपीएल को अलविदा कहकर रविचंद्रन अश्विन ने यह साबित कर दिया है कि उनके लिए सफर खत्म नहीं हुआ, बल्कि यह एक नए अध्याय की शुरुआत है। प्रशंसकों को भले ही भारत की पिचों पर उनकी गेंदबाजी याद आएगी, पर दुनिया भर की लीगों में अब भी उनके हुनर का जलवा देखने का मौका मिलेगा।