
Up Kiran, Digital Desk: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने चीन द्वारा ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध निर्माण को लेकर भारत में उत्पन्न हुई चिंताओं को फिलहाल कम करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा है कि इस मामले में अभी कोई 'तत्काल चिंता' का विषय नहीं है, लेकिन साथ ही जोर दिया कि भारत को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
सोमवार को मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री सरमा ने कहा, "चीन ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध बना रहा है, यह कोई नई बात नहीं है। यह पिछले कई सालों से चल रहा है। भारत सरकार और विशेषकर विदेश मंत्रालय इस मुद्दे पर चीन के साथ लगातार संपर्क में हैं।" उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत, एक निचले प्रवाह वाला देश होने के नाते, अपने जल अधिकारों और हितों को लेकर पूरी तरह से सतर्क है।
मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि बांध निर्माण से भविष्य में जल प्रवाह और नदी के पारिस्थितिकी तंत्र पर संभावित प्रभाव पड़ सकता है। हालांकि, उन्होंने कहा कि वर्तमान में, "कोई तत्काल चिंता" नहीं है कि इससे असम में बाढ़ या पानी की कमी जैसी कोई बड़ी समस्या पैदा हो जाए।
हिमंता बिस्वा सरमा ने बताया कि केंद्र सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और चीन के साथ द्विपक्षीय वार्ताओं के माध्यम से जानकारी साझा करने और समन्वय स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भारत लगातार चीन से नदी के ऊपरी धारा में किसी भी परियोजना के बारे में पर्याप्त जानकारी साझा करने का आग्रह करता रहा है, ताकि निचले प्रवाह वाले राज्यों पर पड़ने वाले प्रभावों का आकलन किया जा सके।
यह बयान चीन के साथ जल-साझाकरण के मुद्दों पर भारत के सतर्क लेकिन राजनयिक दृष्टिकोण को दर्शाता है। जहां भारत अपने हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, वहीं अनावश्यक घबराहट से बचने और विश्वसनीय जानकारी के आधार पर प्रतिक्रिया देने पर जोर दिया जा रहा है।
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