राजस्थान विधानसभा में आज प्रश्नकाल में खूब बवाल हुआ। प्रश्नकाल के पहले ही सवाल पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोंक-झोंक हुई। खींवसर आरएलपी विधायक हनुमान बेनीवाल ने पिछली सरकार के दौरान हुए पेपर लीक मामले व उस पर SIT जांच को लेकर सवाल किया, जिसका जवाब गृहमंत्री की ओर से मंत्री गजेंद्र सिंह खिंवसर ने दिया। बवाल इतना ज़्यादा हुआ कि विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी ने सदस्यों को शांत रहकर कार्यवाही में शामिल होने के लिए आग्रह करना पड़ा। बहुत मुश्किल से माहौल शांत हुआ और अगला सवाल पूछा गया।
एमएलए हनुमान बेनीवाल ने पेपर लीक प्रकरण उठाते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के दौरान हुए प्रकरण की जांच SIT कर रही है। मगर क्या सरकार बेरोज़गार युवाओं से जुड़े इस गंभीर प्रकरण की जांच CBI से करवाने की मंशा रखती है? एमएलए हनुमान के सवाल का जवाब मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने दिया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से अब तक पेपर लीक के 33 केस दर्ज हो चुके हैं। इनमें से 32 मामलों के चालान कोर्ट में पेश किए गए। सिर्फ एक प्रकरण अभी पेंडिंग चल रहा है। मंत्री गजेंद्र सिंह के जवाब के बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता गोविंद सिंह डोटासरा ने हस्तक्षेप किया।
उन्होंने सरकार से सवाल पूछा कि कांग्रेस और BJP की पूर्ववर्ती सरकार के दौरान कितने-कितने प्रकरण सामने आए हैं? वो एक मामला कौनसा है जिसे लेकर पुलिस ने अभी तक कोर्ट में चालान पेश नहीं किया है? डोटासरा के इन्हीं सवालों के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक आमने-सामने हो गए और सदन में ज़ोरदार हंगामा शुरू हो गया।
इसी बीच BJP विधायकों ने नाथी के बाड़े वाले नारे लगाए। फिर, मंत्री गजेंद्र सिंह ने जवाब दिया कि पेपरलीक के एक मामले में चालान पेश होना बाकी है जो सीकर के एक कोचिंग सेंटर से जुड़ा हुआ है। वहीं सदन में कलाम कोचिंग का भी नाम उछला। हनुमान ने कहा कि पूर्व में हुए पेपर लीक प्रकरण को लेकर सरकार से सवाल किया था कि क्या इन प्रकरणों की जांच CBI से करवाने की मंशा सरकार रखती है? इस पर सरकार ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। हनुमान ने कहा टीम गठित करके BJP ने मामले में लीपापोती करने का प्रयास किया है जबकि BJP के वरिष्ठ नेताओं ने विपक्ष में रहते हुए CBI जांच की मांग भी रखी थी।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी विधायको-मंत्रियों के हंगामे से खफा नजर आए। प्रश्नकाल खत्म होते ही सदन में मौजूद अफसर जाने लगे तो विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें फटकारते हुए कहा कि मैं जब तक खड़ा हूं कोई नहीं जाएगा। प्रश्नकाल खत्म होते अफसर उठकर जाने लगे तो उन्होंने नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को डांट लगाई और कहा कि मैं जब तक खड़ा हूं कोई उठकर नहीं जाएगा। लगता है मुख्य सचिव को कहना पड़ेगा। स्पीकर ने कांग्रेस एमएलए शांति धारीवाल को बिना अनुमति बोलने पर डांट दिया। काफी देर तक स्पीकर धारीवाल को बैठने के लिए कहते रहे, मगर वे नहीं माने।
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