img

2024 इलेक्शन में जाति का मुद्दा हावी रहने के पूरे आसार है। भारतीय जनता पार्टी ने भी विपक्ष की जाति जनगणना की काट निकाल ली है। संडे को बिहार के मुजफ्फरपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसका इशारा किया हैं। इस रैली के दौरान पार्टी की रणनीति में फेरबदल के उन्होंने संकेत दिए।

जानकारी के अनुसार भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की एक नवंबर की मीटिंग के दौरान ये फैसला लिया गया है कि भगवा पार्टी एक बड़ी घोषणा करेगी, जिसमें पिछड़ा वर्ग सर्वेक्षण (OBC सर्वे) की बात होगी। इस मीटिंग की अध्यक्षता पीएम मोदी ने की थी। इसमें अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई बड़े नेता शामिल हुए।

इस मीटिंग के अगले ही दिन ओबीसी आउटरीच पर एक हाई लेवल मीटिंग में इस पर मुहर लगा दी गई। मामले की खबर रखने वाले लोगों ने कहा कि तौर तरीकों पर अभी कार्य किया जाना बाकी है, पर केंद्र सरकार जल्द ही इसको लेकर घोषणा कर सकती है।

भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि कांग्रेस हिंदू वोटों को बांटने के एकमात्र मकसद से जातीय जनगणना के वादे को दोहराती रहती है। हम ओबीसी सर्वेक्षण की घोषणा करके उस रणनीति को भी कुंद कर देंगे। वे इसे तभी मुद्दा बनाएंगे जब हम इसके विरोध में दिखेंगे। अगर हम सभी सहमत हैं और हम एक सर्वेक्षण का वादा भी करते हैं तो फिर हिंदू वोट नहीं बंटेंगे।

 

--Advertisement--