img

Up Kiran, Digital Desk: बांग्लादेश की राजनीति में इन दिनों नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मुहम्मद यूनुस के बयानों को लेकर काफी हलचल है। देश के राजनीतिक दलों ने उनके कुछ हालिया टिप्पणियों पर कड़ी आपत्ति जताई है, खासकर वे टिप्पणियां जो बांग्लादेश में हुए चुनावों से संबंधित हैं।

राजनीतिक दलों का साफ तौर पर कहना है कि डॉ. यूनुस ने चुनावों को लेकर जो बातें कही हैं, वे भ्रामक हैं और लोगों को गुमराह करने वाली हैं। उन्होंने इन बयानों की खुलकर निंदा की है।

 डॉ. मुहम्मद यूनुस की पहचान सिर्फ बांग्लादेश में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में है। वे एक सम्मानित व्यक्ति हैं और उनके कहे शब्दों का काफी महत्व होता है। ऐसे में, जब वे देश के चुनावी प्रक्रिया जैसे संवेदनशील मुद्दे पर कोई बयान देते हैं, तो उसका असर होता है।

बांग्लादेशी राजनीतिक दलों को शायद यह लगा कि डॉ. यूनुस के बयान देश के लोकतांत्रिक माहौल या चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहे हैं, या किसी खास मकसद से दिए गए हैं। इसी वजह से उन्होंने इतनी सख़्ती से इन बयानों का विरोध किया है।

यह मामला दिखाता है कि कैसे एक सम्मानित व्यक्ति के बयान भी राजनीतिक विवादों का कारण बन सकते हैं, खासकर जब मामला देश की राजनीतिक प्रक्रियाओं से जुड़ा हो। बांग्लादेश में डॉ. यूनुस और राजनीतिक दलों के बीच यह टकराव चर्चा का विषय बना हुआ है।

--Advertisement--