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Up Kiran, Digital Desk: दशहरा पर्व से पहले बरेली, शाहजहाँपुर, पीलीभीत और बदायूं में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए हैं। बीते कुछ दिनों में बढ़ते तनाव और हिंसक घटनाओं को देखते हुए प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। सड़कों पर पुलिस, पीएसी और रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों को तैनात कर दिया गया है। ड्रोन से संवेदनशील इलाकों पर लगातार निगरानी की जा रही है।
रामलीला मैदानों में भीड़, प्रशासन ने कहा- "एक भी चूक बर्दाश्त नहीं"
दशहरा आयोजनों को लेकर भारी भीड़ उमड़ने की आशंका है। रामलीला मैदान, दुर्गा पूजा स्थल और रावण दहन कार्यक्रमों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। संभागीय आयुक्त भूपेंद्र एस. चौधरी ने चारों जिलों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। उन्होंने सभी डीएम और एसपी को सतर्क रहने और हर स्थिति से निपटने के निर्देश दिए हैं। चौधरी ने सख्त लहजे में कहा – "किसी भी लापरवाही पर तुरंत कार्रवाई होगी।"
81 गिरफ्तार, इंटरनेट सेवा अब बहाल
बरेली में 26 सितंबर को हुई हिंसा के बाद हालात अब धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। पुलिस ने अब तक 81 लोगों को गिरफ्तार किया है। अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए जो इंटरनेट सेवा बंद की गई थी, उसे अब बहाल कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि स्थिति पर पूरी नजर रखी जा रही है।
सीबीगंज में मुठभेड़, दो संदिग्ध घायल
बुधवार को बरेली के सीबीगंज क्षेत्र में पुलिस और उपद्रवियों के बीच मुठभेड़ हुई। हिंसा में शामिल होने के शक में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। दोनों को गोली लगी और उनका इलाज पुलिस निगरानी में चल रहा है।
'आई लव मुहम्मद' पोस्टर विवाद बना बरेली हिंसा की जड़
26 सितंबर को जुमे की नमाज़ के बाद बरेली के कोतवाली क्षेत्र में तनाव तब भड़क गया, जब "आई लव मुहम्मद" पोस्टर विवाद पर मौलवी तौकीर रज़ा के समर्थकों ने प्रदर्शन किया। करीब 2000 लोग मस्जिद के बाहर जमा हो गए और हालात बेकाबू हो गए। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई, जिसमें पत्थरबाजी और हिंसा हुई।