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Up Kiran, Digital Desk: मुंबई के दिल में बसा ऐतिहासिक छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT), जो देश के सबसे प्रमुख और व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक है, हाल ही में एक बड़े सुरक्षा अभ्यास का गवाह बना। गृह मंत्रालय के निर्देशों पर आयोजित यह राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल दरअसल किसी भी आपात स्थिति में हमारे सुरक्षा बलों की मुस्तैदी, उनके बीच तालमेल और उनकी तैयारियों को परखने का एक अहम हिस्सा था। मध्य रेलवे ने इस अभ्यास को रेलवे सुरक्षा बल (RPF), सरकारी रेलवे पुलिस (GRP), महाराष्ट्र सुरक्षा बल (MSF) और सिविल डिफेंस के साथ मिलकर सफलतापूर्वक पूरा किया। यह आयोजन न सिर्फ स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की एक कवायद थी, बल्कि यह भी दिखाता है कि हमारा देश किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए कितना सजग और तैयार है।

कैसे हुआ मॉक ड्रिल का आयोजन?

CSMT के हमेशा व्यस्त रहने वाले प्लेटफॉर्म पर यह मॉक ड्रिल आयोजित की गई। इसमें विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों ने मिलकर अपनी तैयारियों का जीवंत प्रदर्शन किया। अभ्यास के दौरान, RPF और GRP की टीमें अपने जांबाज खोजी कुत्तों और आधुनिक उपकरणों से लैस होकर हर ट्रेन, यात्री और उनके सामान की बारीकी से जांच करती दिखीं। मध्य रेलवे के सहायक सुरक्षा आयुक्त, रंजीत कुमार बेजबरुआ ने बताया कि यह संयुक्त अभियान सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए था। उन्होंने कहा, “देश में मौजूदा हालात और उभरते खतरों को देखते हुए, हम अतिरिक्त सतर्कता बरत रहे हैं। आज हमारे पास RPF, MSF और अन्य एजेंसियों के करीब 100 जवान CSMT पर गहन जांच में जुटे हैं।”

सुरक्षा जांच की प्रक्रिया में क्या था खास?

सुरक्षाबलों ने स्टेशन के चप्पे-चप्पे की बारीकी से छानबीन की। हर ट्रेन और यात्री के सामान को स्कैन करने के साथ-साथ, लगभग 22 खोजी कुत्तों की मदद से संदिग्ध वस्तुओं की गहन तलाशी ली गई। श्री बेजबरुआ ने जोर देकर कहा, “हम एक-एक ट्रेन और हर यात्री की जांच कर रहे हैं, ताकि सुरक्षा में कोई भी चूक न रह जाए। सभी टीमें मिलकर पूरे स्टेशन की सुरक्षा को अभेद्य बनाने में जुटी हैं।” इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में बिना किसी देरी के तुरंत और प्रभावी कार्रवाई की जा सके।

CSMT पर नियमित रूप से होते हैं ऐसे मॉक ड्रिल

मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) स्वप्निल नीला ने जानकारी दी कि इस तरह के मॉक ड्रिल नियमित रूप से आयोजित किए जाते हैं, खासकर CSMT जैसे महत्वपूर्ण परिवहन केंद्रों पर इनकी अहमियत और बढ़ जाती है। उन्होंने कहा, “CSMT एक बेहद महत्वपूर्ण स्टेशन है, और यहां RPF, GRP, और अन्य सुरक्षा कर्मियों की तैनाती हमेशा रहती है। हमारी सबसे पहली प्राथमिकता यात्रियों की सुरक्षा और स्टेशन की संरक्षा है।” श्री नीला ने यह भी बताया कि विशेष रूप से त्योहारी सीजन या जब समुद्र तटीय क्षेत्रों में यात्रियों की भीड़ बढ़ती है, तब सुरक्षा व्यवस्था को और भी ज्यादा चाक-चौबंद कर दिया जाता है।

यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि

CSMT पर हर दिन लाखों यात्री आते-जाते हैं, और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना मध्य रेलवे की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। श्री नीला ने बताया कि त्योहारी मौसम के दौरान, जब लोग अपने गृहनगर की यात्रा करते हैं, तो सुरक्षा बल अतिरिक्त सतर्कता बरतते हैं। इस मॉक ड्रिल ने न केवल सुरक्षा बलों की तैयारियों और उनके तालमेल को प्रदर्शित किया, बल्कि यात्रियों के मन में भी यह विश्वास जगाया कि उनकी सुरक्षा के लिए हरसंभव और पुख्ता कदम उठाए जा रहे हैं।

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