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Up Kiran , Digital Desk: पंजाब के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए सरकार 1,000 चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती कर रही है। इन पदों के लिए अब 22 मई तक ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। पहले अंतिम तिथि 15 मई थी।
इस दिन होगी परीक्षा
इस भर्ती के लिए लिखित परीक्षा 3 जून को होनी है। बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के अनुसार लिखित परीक्षा में बैठने वालों के घर के पते पर रोल नंबर नहीं भेजे जाएंगे, बल्कि यूनिवर्सिटी की वेबसाइट से डाउनलोड करने होंगे। विश्वविद्यालय ने अभ्यर्थियों को वेबसाइट नियमित रूप से जांचते रहने की सलाह दी है।
यह मामला पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (पीएमएस) के सदस्यों ने स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह, विभाग के सचिव और अन्य अधिकारियों के समक्ष उठाया। इस दौरान उन्होंने कई बातों के कारण भी बताए। इसके बाद अधिकारियों की एक उच्चस्तरीय बैठक में इस विषय पर चर्चा की गई। अब इस मामले को लेकर आदेश भी जारी कर दिए गए हैं, जिससे लोगों को फायदा होगा।
मामला हाईकोर्ट तक भी पहुंचा
पंजाब के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी का मुद्दा अब पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय तक पहुंच गया है। भीष्म किंगर द्वारा अदालत में एक जनहित याचिका दायर की गई है। उन्होंने पंजाब के मलेरकोटला अस्पताल में डॉक्टरों की कमी को प्रमुख मुद्दा बनाया। सरकार ने भी माना है कि अस्पताल में डॉक्टरों की कमी है। वहीं, एक हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। इस मामले की अगली सुनवाई 17 जुलाई को निर्धारित की गई है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार भर्ती से संबंधित सभी नियम और आवेदन प्रक्रिया विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है। इसके लिए अभ्यर्थियों को www.bfuhs.ac.in पर लॉग इन करना होगा।
इसके साथ ही पंजाब सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन (पीसीएमएसए) का दृढ़ विश्वास है कि इस कदम से राज्य की विभिन्न सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में सामान्य आपातकालीन और विशेषज्ञ सेवाओं को मजबूत करने में मदद मिलेगी। पिछले कुछ वर्षों से चिकित्सा अधिकारियों की नियमित और समय पर भर्ती के मुद्दे पर सरकार और पीसीएमएसए के बीच लगातार बहस चल रही है।
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