Up Kiran, Digital Desk: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से ठीक पहले, विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी ने एक बड़ा कदम उठाते हुए दरभंगा जिले की गोड़ा बौराम विधानसभा सीट से अपने उम्मीदवार संतोष सहनी का नाम वापस ले लिया है। वीआईपी पार्टी अब इस सीट पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के उम्मीदवार अफज़ल अली खान का समर्थन करेगी।
मंगलवार, 4 नवंबर 2025 को लिए गए इस फैसले ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है, खासकर महागठबंधन के भीतर चल रही खींचतान को लेकर। संतोष सहनी ने अपना नामांकन वापस ले लिया है और अब वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। इस कदम को महागठबंधन की एकता को बनाए रखने और एनडीए उम्मीदवार के खिलाफ वोटों के बंटवारे को रोकने की एक रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।
क्या था पूरा मामला?
गोड़ा बौराम सीट पर महागठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर काफी भ्रम की स्थिति थी। शुरुआत में यह सीट वीआईपी के खाते में गई थी और पार्टी ने संतोष सहनी को अपना उम्मीदवार बनाया था। लेकिन, आरजेडी ने भी इस सीट पर अपना दावा ठोकते हुए अफज़ल अली खान को सिंबल दे दिया और उन्होंने भी नामांकन दाखिल कर दिया।
एक ही सीट पर गठबंधन के दो उम्मीदवारों के आमने-सामने आ जाने से यह तय माना जा रहा था कि इससे वोटों का बंटवारा होगा और इसका सीधा फायदा बीजेपी-जेडीयू गठबंधन की उम्मीदवार स्वर्ण सिंह को मिलेगा। इसी सियासी नुकसान से बचने के लिए पिछले कुछ दिनों से दोनों पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व के बीच बातचीत चल रही थी।
मुकेश सहनी ने क्या कहा?
मुकेश सहनी ने इस फैसले को 'महागठबंधन की जीत सुनिश्चित करने' की एक कोशिश बताया। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य बीजेपी को हराना है और इसके लिए अगर उन्हें कुछ त्याग भी करना पड़े तो वह पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने अपने सभी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे गोड़ा बौराम सीट पर आरजेडी उम्मीदवार अफज़ल अली खान को जिताने के लिए पूरी ताकत लगा दें।
इस फैसले के बाद अब गोड़ा बौराम सीट पर मुख्य मुकाबला आरजेडी के अफज़ल अली खान और एनडीए की स्वर्ण सिंह के बीच माना जा रहा है। वीआईपी के इस कदम से निश्चित तौर पर आरजेडी उम्मीदवार की स्थिति मजबूत हुई है।
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