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Up Kiran, Digital Desk: भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपनी तैयारियों का सिलसिला शुरू कर दिया है। शुक्रवार को मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के नेतृत्व में आयोग का प्रतिनिधिमंडल पटना पहुंचा। यहां उन्होंने राज्य के राजनीतिक दलों के साथ चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने पर चर्चा की।
पटना के ताज होटल में जारी सर्वदलीय बैठक में बिहार के सभी 12 प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल हैं। बैठक में मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ-साथ चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी भी मौजूद हैं। बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद गुंज्याल भी बैठक का हिस्सा हैं। इस दौरान चुनाव के विभिन्न पहलुओं की गहन समीक्षा हो रही है।
चुनाव आयोग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पुष्टि की कि आयोग का दल बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर पटना में है। इस दौरे का मकसद चुनाव की पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करना है।
चुनाव निगरानी के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों को पहले ही ब्रीफिंग दी जा चुकी है। नई दिल्ली में इंडिया इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेसी एंड इलेक्शन मैनेजमेंट (IIIDEM) में 425 अधिकारियों को विस्तृत निर्देश दिए गए। इनमें 287 IAS, 58 IPS और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। मुख्य चुनाव आयुक्त ने पर्यवेक्षकों को लोकतंत्र के संरक्षक बताते हुए उनकी जिम्मेदारियों पर जोर दिया।
चुनाव आयोग संविधान के अनुच्छेद 324 और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के तहत केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति करता है। ये पर्यवेक्षक चुनाव प्रक्रिया की निगरानी करते हैं, नियमों का कड़ाई से पालन कराते हैं, और मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा करते हैं।
जहां तक चुनाव तिथियों का सवाल है, सूत्र बताते हैं कि आयोग 6 या 7 अक्टूबर को बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। सर्वदलीय बैठक और चुनाव तैयारियों के मद्देनजर राज्य में राजनीतिक गतिविधियां तेज़ हो गई हैं।