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Up Kiran, Digital Desk: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण की वोटिंग के बीच आज सभी की नजरें पटना के एक पोलिंग बूथ पर टिक गईं, जहाँ राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव अपने पूरे परिवार के साथ वोट डालने पहुंचे। व्हीलचेयर पर बैठे लालू यादव के साथ उनकी पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी यादव और परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे।

वोट डालने के बाद जब लालू यादव पोलिंग बूथ से बाहर निकले, तो पत्रकारों ने उन्हें घेर लिया। बिहार के राजनीतिक मिजाज पर जब उनसे सवाल पूछा गया, तो उन्होंने अपने जाने-पहचाने अंदाज में सिर्फ दो शब्दों में सब कुछ कह दिया- "बदलाव होगा।" उनका यह छोटा सा बयान बिहार की सियासत में एक बड़ा संदेश दे गया है, जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है।

आत्मविश्वास से भरे दिखे लालू और तेजस्वी

इस मौके पर लालू यादव काफी आत्मविश्वास से भरे नजर आए। भले ही वह व्हीलचेयर पर थे, लेकिन उनकी आंखों में वही पुरानी राजनीतिक चमक दिखाई दे रही थी। उनके साथ मौजूद तेजस्वी यादव ने भी जीत का दावा करते हुए कहा कि बिहार की जनता इस बार महंगाई, बेरोजगारी और बदहाली के खिलाफ वोट कर रही है। उन्होंने कहा, "हमलोगों ने जनता के मुद्दों पर चुनाव लड़ा है और हमें पूरा विश्वास है कि लोग हमें अपना आशीर्वाद देंगे।"

राबड़ी देवी ने भी मीडिया से बात करते हुए कहा कि "राज्य में महागठबंधन की लहर है और 10 तारीख को जब नतीजे आएंगे, तो सब साफ हो जाएगा।

'बदलाव होगा' बयान के क्या हैं मायने?

लालू यादव का "बदलाव होगा" का नारा सिर्फ एक बयान नहीं, बल्कि आरजेडी की पूरी चुनावी रणनीति का केंद्र है। यह सीधे तौर पर मौजूदा एनडीए सरकार को हटाने का आह्वान है। अपने इस एक बयान से लालू यादव ने अपने समर्थकों और वोटरों में यह संदेश देने की कोशिश की है कि इस बार सत्ता परिवर्तन निश्चित है। उनका यह बयान उन वोटरों को भी प्रभावित कर सकता है, जो अभी तक यह तय नहीं कर पाए हैं कि किसे वोट देना है।

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि लालू यादव भले ही सक्रिय राजनीति से थोड़े दूर दिख रहे हों, लेकिन बिहार की राजनीति पर आज भी उनकी पकड़ उतनी ही मजबूत है। चुनाव के दिन उनका पूरे परिवार के साथ आकर वोट डालना और फिर इतना बड़ा दावा करना, यह दिखाता है कि वह इस चुनाव को लेकर कितने गंभीर हैं।

अब यह तो 10 तारीख को ही पता चलेगा कि लालू यादव का यह दावा कितना सच होता है, लेकिन उनके इस बयान ने बिहार चुनाव के पहले चरण की वोटिंग को और भी दिलचस्प बना दिया है।