_1851738035.png)
Up Kiran, Digital Desk: बिल गेट्स की माइक्रोसॉफ्ट को कभी दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनियों में से एक माना जाता था। लेकिन, तकनीक के तेजी से बदलते दौर में एक नया 'बादशाह' सामने आया है। सेमीकंडक्टर चिप बनाने वाली कंपनी Nvidia ने Microsoft को पछाड़कर दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई है! आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक पर कंपनी की बढ़ती पकड़ इसके बाजार मूल्य को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है।
पिछले मंगलवार को Nvidia के शेयरों में करीब 3.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जिससे कंपनी का कुल बाजार मूल्य 3.45 ट्रिलियन डॉलर हो गया। जबकि Microsoft का बाजार मूल्य 3.44 ट्रिलियन डॉलर पर बना हुआ है। यह बदलाव AI के भविष्य का एक महत्वपूर्ण स्पष्ट संकेत देता है।
Nvidia के 'AI चिप्स' की बढ़ती मांग
यह पहली बार नहीं है जब Nvidia ने बाजार मूल्य की दौड़ में बाकी सभी को पीछे छोड़ दिया है। कंपनी ने इससे पहले इस साल 24 जनवरी को कुछ समय के लिए यह स्थान हासिल किया था। थोड़ी गिरावट के बाद, Nvidia ने अब दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी के रूप में अपना स्थान फिर से हासिल कर लिया है, जिसका श्रेय AI चिप्स की बढ़ती मांग और कंपनी के राजस्व में भारी वृद्धि को जाता है।
27 अप्रैल को समाप्त पहली तिमाही में Nvidia का राजस्व $44.1 बिलियन था। यह पिछली तिमाही की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक और पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 69 प्रतिशत अधिक था! इसके पीछे मुख्य कारण AI और डेटा सेंटर में उपयोग किए जाने वाले इसके चिप्स की बढ़ती मांग है।
Nvidia न केवल चिप्स बनाएगी, बल्कि 'AI' इंफ्रास्ट्रक्चर भी बनाएगी
वैश्विक टैरिफ और सख्त व्यापार नियमों के बावजूद, Nvidia के H20 चिप्स की मांग में वृद्धि जारी है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में अकेले अपने H20 उत्पादों से $4.6 बिलियन कमाए।
अब Nvidia न केवल चिप्स बना रही है, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को सपोर्ट करने के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में भी शामिल है। कंपनी की योजना अगले चार वर्षों में $500 बिलियन तक के AI सिस्टम बनाने की है। इन प्रणालियों में AI सुपरकंप्यूटर और बड़े डेटा सेंटर शामिल हैं, जो AI की उन्नति के लिए महत्वपूर्ण हैं।
--Advertisement--