
Up Kiran, Digital Desk: इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स को भारत के खिलाफ एजबेस्टन में मिली हार के बाद पिच को दोषी ठहराना भारी पड़ गया है। सोशल मीडिया पर क्रिकेट प्रेमियों ने उन्हें 'क्राई बेबी' (रोने वाला बच्चा) कहकर जमकर ट्रोल किया है, जिससे यह विवाद और गहरा गया है।
भारत ने एजबेस्टन में हुए टेस्ट मैच में इंग्लैंड को एकतरफा अंदाज में हराया था। मैच के बाद, बेन स्टोक्स ने हार का ठीकरा सीधे पिच पर फोड़ दिया। उन्होंने कथित तौर पर कहा कि पिच "बहुत धीमी" और "निराशाजनक" थी, जिससे तेज़ गेंदबाजों को मदद नहीं मिली और बल्लेबाजों के लिए भी मुश्किल रही।
स्टोक्स के इस बयान के बाद, फैंस ने उन्हें आड़े हाथों ले लिया। सोशल मीडिया पर 'क्राई बेबी' हैशटैग ट्रेंड करने लगा। कई यूजर्स ने याद दिलाया कि इंग्लैंड अपनी 'बैज़बॉल' रणनीति के लिए जाना जाता है, जिसमें आक्रामक और सकारात्मक क्रिकेट खेलने की बात की जाती है, लेकिन जब वे हारते हैं तो पिच को दोष देने लगते हैं। एक यूजर ने लिखा, "जब वे जीतते हैं तो बैज़बॉल होता है, जब वे हारते हैं तो पिच खराब हो जाती है। बेन स्टोक्स अब एक 'क्राई बेबी' बन गए हैं।"
यह घटना दर्शाती है कि क्रिकेट फैंस मैदान पर प्रदर्शन और खिलाड़ियों के बयानों को कितनी बारीकी से देखते हैं। बेन स्टोक्स, जो अपनी आक्रामक कप्तानी और 'बैज़बॉल' के लिए मशहूर हैं, उन्हें हार के बाद अपनी टीम के प्रदर्शन के बजाय पिच पर दोष मढ़ना महंगा पड़ा है। यह क्रिकेट की दुनिया में एक पुरानी बहस को फिर से जिंदा करता है कि क्या खिलाड़ी अपनी हार के लिए बाहरी कारकों को दोषी ठहरा सकते हैं या उन्हें अपनी कमियों को स्वीकार करना चाहिए।
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