
पाकिस्तान में एक बार फिर से ब्रह्मोस मिसाइल को लेकर चर्चा तेज हो गई है। हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने एक इंटरव्यू में उस घटना का जिक्र किया जब भारत की ओर से गलती से दागी गई ब्रह्मोस मिसाइल पाकिस्तान में गिर गई थी। इस घटना ने पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था को हिला कर रख दिया था।
सलाहकार ने बताया कि उस समय पाकिस्तानी सेना और सरकार के पास सिर्फ 30 सेकंड का समय था यह तय करने के लिए कि यह मिसाइल हमला है या तकनीकी गलती। उन्होंने कहा कि इतने कम समय में यह फैसला करना बेहद मुश्किल था कि प्रतिक्रिया में क्या कदम उठाया जाए।
यह घटना मार्च 2022 की है, जब भारत से गलती से एक ब्रह्मोस मिसाइल दागी गई थी, जो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में जा गिरी थी। हालांकि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन इससे दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था।
पाकिस्तान ने इस पर भारत से आधिकारिक जवाब मांगा था और संयुक्त राष्ट्र तक मामला पहुंचाया था। वहीं भारत ने अपनी तरफ से जांच के बाद कहा था कि यह तकनीकी खराबी के कारण हुआ और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की गई थी।
पाक सुरक्षा सलाहकार ने इस बात पर भी जोर दिया कि अगर उस समय पाकिस्तान ने प्रतिक्रिया में कोई आक्रामक कदम उठाया होता, तो हालात बहुत गंभीर हो सकते थे। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों को भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए संवाद बनाए रखना चाहिए।
यह घटना बताती है कि परमाणु संपन्न देशों के बीच कोई भी छोटी चूक भी बड़े खतरे का कारण बन सकती है।
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