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Up Kiran, Digital Desk: आजमगढ़ में जहानागंज थाना क्षेत्र के नरेहथा गांव के पास शनिवार तड़के मंगई नदी पुल पर उस वक्त सनसनी फैल गई, जब पुलिस और कुख्यात इनामी अपराधी शंकर प्रसाद कनौजिया उर्फ़ शंकर के बीच मुठभेड़ हो गई। देखते ही देखते तड़तड़ाहट की गोलियों ने सन्नाटे को चीर दिया। इस एनकाउंटर में लंबी फरारी काट रहा 1 लाख रुपये का इनामिया अपराधी ढेर हो गया।
तड़के 4:15 बजे गूंजे गोलियों के धमाके
शनिवार की भोर लगभग 4 बजकर 15 मिनट पर वारदात हुई। नरेहथा गांव के लोग अचानक गोलियों की तेज आवाज से नींद से जाग उठे। ग्रामीणों ने बताया कि "लगातार गड़गड़ाहट सी गूंज रही थी, जैसे अचानक कोई जंग छिड़ गई हो"। असल में यह पुलिस-क्राइम शूटरों के बीच मुठभेड़ थी।
कैसे हुई मुठभेड़?
वाराणसी इकाई को शनिवार को सूचना मिली थी कि लूट और हत्या के कई मामलों में वांछित बदमाश शंकर कनौजिया अपने गिरोह के साथ आज़मगढ़ इलाके में नई वारदात की योजना बना रहा है।
इसी जानकारी पर निरीक्षक पुनीत सिंह परिहार के नेतृत्व में पुलिस टीम सक्रिय की गई। जब पुलिस ने घेराबंदी की, तो शंकर ने सीधा गोलियों की बौछार पुलिस पर कर दी। हालांकि टीम के सदस्य बाल-बाल बच निकले।
जवाबी कार्रवाई में पुलिस की ओर से की गई फायरिंग में शंकर गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत नज़दीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
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