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Up Kiran, Digital Desk: कुछ महीनों की राहत के बाद एक बार फिर से कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है। "क्या कोरोना खत्म हो गया?"—यह सवाल अब फिर से गूंजने लगा है। भारत हो या अमेरिका दोनों ही देश एक बार फिर से कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर सतर्क हो गए हैं।
हालात पहले जैसी डरावनी नहीं हैं मगर यह तो तय है कि वायरस ने अभी पूरी तरह से हमारा पीछा नहीं छोड़ा है।
भारत में कोरोना के नए केस: खतरे की हल्की दस्तक
हाल ही में उत्तर प्रदेश के नोएडा में कोविड के 9 नए मामले सामने आए हैं जिससे वहां के एक्टिव केसों की संख्या 10 हो गई है। सभी मरीज अभी होम आइसोलेशन में हैं मगर चिंता की बात यह है कि पिछले एक हफ्ते में देशभर में 1000 से ज्यादा नए मामले रिपोर्ट हुए हैं।
हालांकि अस्पतालों पर फिलहाल कोई भारी दबाव नहीं है मगर अब तक 7 मौतों की पुष्टि हो चुकी है। भले ही ये मौतें सिर्फ कोरोना के कारण हुई हों या किसी और बीमारी के साथ मिलकर यह दिखाता है कि लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं बची है।
थाईलैंड से खतरे की घंटी: एक हफ्ते में 50000 केस
एशिया में भी कोरोना फिर से उफान पर है। थाईलैंड में महज एक हफ्ते में 50 हजार से ज्यादा नए केस दर्ज हुए हैं। यह आंकड़ा बता रहा है कि कोरोना का नया दौर अब धीरे-धीरे फिर से दुनिया को अपनी गिरफ्त में ले सकता है।
अमेरिका में हफ्ते में 350 मौतें नया सब-वेरिएंट बना चिंता का कारण
अमेरिका में कोविड-19 से मौतें जारी हैं। CDC (सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन) के मुताबिक बीते हफ्ते 350 अमेरिकियों की मौत कोविड से हुई है। यह आंकड़ा पिछले वर्षों के मुकाबले कम जरूर है मगर इसके पीछे जो सबसे बड़ा डर है वो है नया सब-वेरिएंट NB.1.8.1।
यह वेरिएंट तेजी से फैल रहा है और सिंगापुर हांगकांग और अमेरिका में पहले ही अपने पांव पसार चुका है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इसकी संक्रमण क्षमता अधिक है मगर गंभीरता को लेकर अभी रिसर्च जारी है।
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