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कोटा कभी मेडिकल और इंजीनियरिंग के सपनों को उड़ान देने वाला शहर माना जाता था। इन दिनों एक दर्दनाक दास्ताँ बयां कर रहा है। गुरुवार की सुबह राजस्थान के इस कोचिंग हब के रेलवे ट्रैक के पास दिल्ली के 23 वर्षीय NEET अभ्यर्थी का शव मिलना एक गहरी चिंता का विषय बन गया है। यह घटना महज 48 घंटों के भीतर एक और NEETaspirant की संदिग्ध आत्महत्या है और इस साल जनवरी से अब तक इस शहर में ऐसे बारह मामले सामने आ चुके हैं। यह आंकड़ा न केवल चौंकाने वाला है बल्कि कई अनसुलझे सवाल भी खड़े करता है।

पुलिस की शुरुआती जांच इशारा करती है कि रोशन शर्मा नामक इस छात्र ने जहर खाकर अपनी जान दे दी। लैंडमार्क सिटी इलाके में हुई इस दुखद घटना के स्थल पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है जिससे मौत के सही कारणों का पता लगाना और भी मुश्किल हो गया है। इंस्पेक्टर अरविंद भारद्वाज ने बताया कि रोशन का शव झाड़ियों से बरामद किया गया जिसे कुछ राहगीरों ने देखा और फौरन पुलिस को सूचित किया।

पुलिस ने रोशन के मोबाइल फोन के जरिए उनके माता-पिता से संपर्क साधा। परिवार ने बताया कि उन्होंने आखिरी बार बुधवार रात को रोशन से बात की थी। उस बातचीत में रोशन ने अपनी परीक्षा न देने और दिल्ली वापस न लौटने की बात कही थी यहाँ तक कि उसने जहर खाकर जान देने की भी बात कही थी। अगले महीने उसे NEET की कठिन परीक्षा में शामिल होना था।

रोशन के माता-पिता ने पुलिस को यह भी बताया कि वह बोरेखड़ा क्षेत्र के कोरोल पार्क स्थित एक छात्रावास में रह रहा था जो घटनास्थल से लगभग 10 किलोमीटर दूर है। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि वे हाल ही में उसे घर वापस लाने के लिए कोटा आए थे मगर रोशन ने उनके साथ जाने से इनकार कर दिया जिसके बाद वे उसके कपड़े और सामान ले गए थे। फिलहाल रोशन के शव को कोटा के एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है और पोस्टमार्टम उनके माता-पिता के दिल्ली से आने के बाद किया जाएगा।