
Up Kiran, Digital Desk: भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी बल्लेबाज़ चेतेश्वर पजारा, जिन्हें खुद मैदान पर उनके धैर्य और दृढ़ संकल्प के लिए जाना जाता है, ने टीम की सफलता के लिए दो बेहद महत्वपूर्ण गुणों पर ज़ोर दिया है। पजारा का मानना है कि किसी भी परिस्थिति में, खासकर कठिन पलों में, भारतीय टीम के खिलाड़ियों के लिए अनुशासन (Discipline) और धैर्य (Patience) बहुत ज़रूरी हैं।
उन्होंने कहा कि क्रिकेट के मैदान पर ये दोनों गुण मिलकर एक मजबूत आधार बनाते हैं। अनुशासन यह सुनिश्चित करता है कि खिलाड़ी योजनाओं का पालन करें और अपनी भूमिकाओं को समझें, जबकि धैर्य उन्हें दबाव की स्थिति में शांत रहने और सही समय का इंतजार करने में मदद करता है।
पजारा के अनुसार, खासकर टेस्ट क्रिकेट में, जहाँ खेल लंबे समय तक चलता है और स्थितियाँ लगातार बदलती रहती हैं, धैर्य और अनुशासन की भूमिका और भी अहम हो जाती है। यह सिर्फ बल्लेबाज़ों के लिए नहीं, बल्कि गेंदबाज़ों और फील्डरों के लिए भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
उनका यह बयान युवा खिलाड़ियों और टीम प्रबंधन के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि केवल प्रतिभा ही जीत की गारंटी नहीं है, बल्कि सही मानसिकता और खेल के प्रति गंभीर दृष्टिकोण भी आवश्यक है। पजारा का मानना है कि ये गुण टीम को चुनौतियों का सामना करने और लगातार अच्छा प्रदर्शन करने में मदद करते हैं।
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