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Kedarnath By Election: केदारनाथ उपचुनाव भाजपा के लिए महत्वपूर्ण था, क्योंकि ये न केवल एक विधानसभा सीट थी बल्कि राज्य में पार्टी की प्रतिष्ठा और वैचारिक रुख का भी प्रतिनिधित्व करती थी। खासकर बद्रीनाथ में हार के बाद। भाजपा ने एक और झटका टालने के लिए इस चुनाव में काफी संसाधन लगाए।

चुनाव के दिन केदारनाथ निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं ने, जिसमें 90,000 से अधिक पंजीकृत मतदाता हैं, भाजपा उम्मीदवार आशा नौटियाल को चुना, जिससे क्षेत्र में महिला प्रतिनिधियों को चुनने की प्रवृत्ति जारी रही। ये जीत तीन महीनों में शानदार तैयारियों और जोरदार प्रचार का परिणाम थी, खासकर भाजपा द्वारा।

इन कारणों से बीजेपी को मिली जीत

भाजपा की रणनीति में चुनाव प्रबंधन टीमों को पहले से तैनात करना शामिल था, जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अहम प्रयास शामिल थे, जिन्होंने स्थानीय निवासियों से संपर्क किया और आपदा राहत पैकेज और विकास योजनाओं को लागू किया। भाजपा की ताकत में राज्य और केंद्र दोनों स्तरों पर इसका शासन और प्रधानमंत्री मोदी का केदारनाथ से सीधा संबंध शामिल था।

महिलाओं के बीच मजबूत मतदाता आधार वाली एक अनुभवी महिला उम्मीदवार आशा नौटियाल को मैदान में उतारना एक रणनीतिक लाभ था। इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री धामी ने दिल्ली में केदारनाथ मंदिर की आधारशिला रखे जाने से संबंधित संभावित आलोचनाओं को प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया, जनता की चिंताओं को संबोधित किया और भाजपा की स्थिति को मजबूत किया।

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