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Up Kiran, Digital Desk: कांग्रेस पार्टी ने दावा किया है कि कर्नाटक में पिछले दो सालों से चल रहीं उसकी पाँच गारंटी योजनाओं ने ज़मीनी स्तर पर "असरदार और मापने योग्य बदलाव" लाए हैं। पार्टी ने अपनी बात को साबित करने के लिए चार बड़े रिसर्च संस्थानों द्वारा की गई एक स्वतंत्र स्टडी की रिपोर्ट भी पेश की है।

शुक्रवार को कांग्रेस के महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने एक बयान जारी कर इन गारंटियों के "सफल" असर के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा, “रिपोर्ट का फ़ैसला बिल्कुल साफ़ है: महिलाएँ अब पहले से ज़्यादा स्वस्थ, आत्मनिर्भर और परिवार में सशक्त महसूस कर रही हैं। परिवार अब अपनी सेहत और शिक्षा पर लंबी अवधि का निवेश कर रहे हैं, और स्थानीय अर्थव्यवस्था को ज़मीनी स्तर पर मज़बूती मिली है।”

आइए जानते हैं, रिपोर्ट के मुताबिक किस गारंटी का क्या असर हुआ:

1. शक्ति (महिलाओं के लिए मुफ़्त बस यात्रा):इस योजना का लाभ उठाने वाली 19% महिलाओं को मुफ़्त यात्रा की सुविधा मिलने के कारण बेहतर नौकरियाँ मिलीं। बेंगलुरु शहरी ज़िले में तो यह आँकड़ा 34% तक पहुँच गया।

80% महिलाओं ने माना कि वे अब स्वास्थ्य सेवाओं तक आसानी से पहुँच पा रही हैं।

सबसे खास बात यह है कि 72% महिलाओं ने कहा कि इस योजना से उनका आत्मविश्वास और सशक्तिकरण बढ़ा ।

2. गृह लक्ष्मी (परिवार की महिला मुखिया को ₹2,000):94% महिलाओं ने इन पैसों का इस्तेमाल घर के खान-पान और पोषण को बेहतर बनाने में किया।

90% ने स्वास्थ्य सेवाओं पर और लगभग 50% ने अपने बच्चों की पढ़ाई पर यह पैसा खर्च किया।

जयराम रमेश ने बताया कि महिलाएँ इन पैसों का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर अपने परिवार की भलाई के लिए कर रही हैं।

3. अन्न भाग्य (मुफ़्त चावल):सर्वे में शामिल 94% लोगों ने माना कि उन्हें इस योजना का लाभ मिल रहा है।

91% परिवारों ने बताया कि अनाज की ज़रूरतें पूरी हो जाने के बाद, अब वे सब्ज़ियों और दूध जैसी पौष्टिक चीज़ों पर ज़्यादा खर्च कर पा रहे हैं।

4. गृह ज्योति (200 यूनिट तक मुफ़्त बिजली):इस योजना का लाभ लेने वाली 72% महिलाओं ने कहा कि अब उनके परिवार बिजली का ज़्यादा इस्तेमाल कर पा रहे हैं।

43% ने बिजली बिल की बचत से समय बचाने वाले और जीवन को बेहतर बनाने वाले नए उपकरण (जैसे वॉशिंग मशीन, मिक्सर आदि) खरीदे।

5. युवा निधि (बेरोज़गार युवाओं को भत्ता):इस योजना के तहत भत्ता पाने वाले 42% युवाओं ने इन पैसों का इस्तेमाल अपने कौशल को निखारने (स्किल डेवलपमेंट) और रोज़गार पाने के लिए किया।

कांग्रेस का कहना है कि 2023 में शुरू की गईं ये योजनाएँ कम आय वाले परिवारों की मदद करने, महिलाओं को सशक्त बनाने और बेरोज़गारी को दूर करने के लिए बनाई गई थीं, और यह रिपोर्ट साबित करती है कि वे अपने मक़सद में कामयाब हो रही हैं।