
Up Kiran , Digital Desk: मध्य प्रदेश के भाजपा मंत्री विजय शाह द्वारा भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी पर कथित तौर पर की गई विवादास्पद टिप्पणी के बाद राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया है, जिसकी भारत के सभी राजनीतिक दलों ने तीखी निंदा की है।
महू में एक जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा मंत्री शाह ने 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान में मौजूद लोगों की तरह ही 'उसी समुदाय की एक बहन' को भेजा था। इस टिप्पणी को व्यापक रूप से कर्नल सोफिया कुरैशी पर निशाना साधते हुए कहा गया, जो मुस्लिम समुदाय से हैं।
आरजेडी नेता मनोज झा ने मंत्री की टिप्पणी को "शर्मनाक" बताया। आईएएनएस से बात करते हुए झा ने कहा, "यह अपने आप में शर्म की बात है। भारत की दोनों बेटियों सोफिया और व्योमिका ने बहुत बढ़िया प्रेस ब्रीफिंग की। उन्होंने न केवल हमारी सेना का नाम रोशन किया, बल्कि हमारे देश का भी नाम रोशन किया। उस प्रेस ब्रीफिंग ने दुनिया को भारत के रुख के बारे में एक जोरदार और स्पष्ट संदेश दिया।"
झा ने कहा, "ऐसा नहीं है कि भाजपा के बड़े नेताओं ने बयान नहीं सुने होंगे, लेकिन उनका चुप रहना सही नहीं है। कुछ दिन पहले विदेश सचिव विक्रम मिस्री के खिलाफ भी ऐसी ही घटना हुई थी, और फिर भी सरकार ने कुछ नहीं कहा; यह निंदनीय है।"
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी
उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "यह गलत और मूर्खतापूर्ण बयान है। कुरैशी, वह अकेली नहीं हैं, उनका पूरा परिवार देश की सुरक्षा के लिए समर्पित है, उनके परिवार को देश का गौरव माना जाता है। क्या उन्हें आतंकवाद और राष्ट्रवाद में फर्क नहीं पता? आप किस तरह की भाषा बोल रहे हैं? इस तरह का बयान निंदनीय है।"
पत्रकारों से बात करते हुए मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, "भाजपा का नेतृत्व बहुत संवेदनशील है। जब भी ऐसी घटनाएं होती हैं, तो भाजपा तुरंत उचित कार्रवाई करती है और आवश्यक चर्चा करती है। किसी को भी उस महिला पर सवाल उठाने का अधिकार नहीं है, जो इस देश की बेटी है। उसने जो बहादुरी दिखाई है, उसे पूरा देश सलाम करता है।"
शर्मा ने कहा, "यह गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ऐसे साहसी कार्य हो रहे हैं।"
जद (यू) नेता केसी त्यागी ने भी शाह पर निशाना साधते हुए आईएएनएस से कहा, "विजय शाह का बयान समस्याजनक और निंदनीय है। उन्हें महिला शक्ति का अपमान करने के लिए पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।"
उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने भी टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा, "भारत की बेटी ने देश को गौरवान्वित किया है और उसे धर्म के आधार पर नहीं आंका जाना चाहिए। कर्नल सोफिया कुरैशी भी भारत की बेटी हैं। भारत का हर बेटा और बेटी जरूरत पड़ने पर अपना खून कुर्बान करने के लिए तैयार है।"
उन्होंने आईएएनएस से कहा, "शाह जैसे लोगों पर केवल दया ही की जा सकती है। मेरा मानना है कि पार्टी उन्हें उनके ही मानकों के अनुसार सबक सिखाएगी। ऐसी मानसिकता वाले लोगों के लिए हमारे पास शब्द नहीं हैं।"
इस टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया और राजनीतिक मंचों पर आक्रोश की लहर फैल गई, जिसके बाद तुरंत नुकसान की भरपाई की कोशिश की गई। मंगलवार शाम को मंत्री शाह को राज्य भाजपा प्रमुख वीडी शर्मा के साथ बंद कमरे में बैठक के लिए बुलाया गया। बैठक के बाद उन्होंने स्पष्टीकरण जारी किया।
शाह ने बैठक के बाद कहा, "मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश करने वालों की बुद्धिमत्ता पर मुझे कुछ नहीं कहना है। कर्नल सोफिया कुरैशी ने देश को गौरवान्वित किया है। हम दोनों बहनों का सम्मान करते हैं। मेरा किसी को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं था और मैं इसके लिए तहे दिल से माफी मांगता हूं।"
कर्नल सोफिया कुरैशी ने भारतीय वायु सेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ मिलकर 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान मीडिया को जानकारी देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यह 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत की सटीक सैन्य जवाबी कार्रवाई थी जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे।
दोनों अधिकारियों को उनकी व्यावसायिकता और स्पष्टता के लिए व्यापक रूप से सराहना मिली और वे सशस्त्र बलों के संकल्प के शक्तिशाली प्रतीक बन गए।
--Advertisement--