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Up Kiran, Digital Desk: मुजफ्फरनगर के कांवड़ मार्ग पर एक ढाबा विवाद की चपेट में आया है, जहां अब पुलिस ने ढाबा संचालक समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह घटनाक्रम उस समय प्रकाश में आया जब होटल मैनेजर ने अपने साथ हुई मारपीट की शिकायत पुलिस से की। इस पूरे प्रकरण ने न केवल स्थानीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है, बल्कि सामाजिक तनाव की भी चिंता बढ़ा दी है।
मामला नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के दिल्ली-देहरादून हाइवे पर स्थित पंडित शुद्ध वैष्णो भोजनालय का है, जहां 28 जून को बघरा आश्रम के स्वामी यशवीर महाराज अपनी टीम के साथ कांवड़ यात्रा मार्ग पर जांच अभियान के तहत पहुंचे थे। इस दौरान ढाबे पर मौजूद कर्मचारियों की पहचान को लेकर विवाद हुआ, जिसमें कथित तौर पर एक कर्मचारी की पैंट उतारकर उसकी पहचान करने का प्रयास किया गया। इसके बाद होटल मैनेजर धर्मेन्द्र भारद्वाज ने खुलासा किया कि होटल संचालक सनव्वर, जो खतौली का निवासी है, पर उसे बंधक बनाकर मारपीट करने का आरोप है। सनव्वर को शक था कि मैनेजर ने ही स्वामी यशवीर की टीम को ढाबे की असलियत बताई थी।
होटल मैनेजर के अनुसार, इस झड़प के बाद उन्होंने 30 जून को यशवीर महाराज के साथ पुलिस थाना जाकर शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद नई मंडी कोतवाली पुलिस ने होटल संचालक सनव्वर, उसकी पत्नी दीक्षा शर्मा, उसके दो बेटों जुबेर और आदिल खान तथा एक अन्य अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित जांच शुरू कर दी है और आगे की कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने का भरोसा दिया है।
इस घटना ने कांवड़ यात्रा जैसे धार्मिक आयोजन के दौरान सामाजिक सद्भाव और सुरक्षा की अहमियत पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। धार्मिक यात्रा के मार्गों पर ऐसे विवादों से न केवल आम जनता की मानसिकता प्रभावित होती है, बल्कि स्थानीय कारोबारियों के लिए भी यह माहौल असुरक्षित बन जाता है। प्रशासन और पुलिस की भूमिका ऐसे मामलों में अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है ताकि सामाजिक शांति बनी रहे और सभी पक्षों के अधिकार सुरक्षित रहें।
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