_1818702303.jpg)
Up Kiran, Digital Desk: कभी-कभी ज़िंदगी में ऐसे मोड़ आते हैं जब आर्थिक तंगी हमें घेर लेती है। ऐसे में क्रेडिट कार्ड का पूरा बिल चुकाना मुश्किल हो जाता है और हम 'सेटलमेंट' का रास्ता चुनते हैं। यह उस वक्त तो जेब को थोड़ी राहत दे देता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपके सिबिल स्कोर पर एक ऐसा दाग छोड़ सकता है जो लंबे समय तक आपका पीछा नहीं छोड़ता? जी हां, आपकी फाइनेंशियल हिस्ट्री में 'क्रेडिट कार्ड सेटल्ड' का टैग बैंकों को यह बताता है कि आप पूरी बकाया रकम चुकाने में असमर्थ थे। इसका सीधा असर भविष्य में लोन या नया क्रेडिट कार्ड लेने की आपकी क्षमता पर पड़ सकता है, और शायद आपको अच्छी ब्याज दरें भी न मिलें। लेकिन घबराइए नहीं, इस स्थिति से भी उबरा जा सकता है और अपने सिबिल स्कोर को सुधारा जा सकता है।
सबसे पहले, अपने अकाउंट का हाल जानें
क्रेडिट कार्ड बिल का सेटलमेंट करने के बाद, पहला कदम यह है कि आप CIBIL (या किसी अन्य क्रेडिट ब्यूरो) से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की एक कॉपी मंगवाएं। रिपोर्ट में उस सेक्शन को ध्यान से देखें जहां आपके क्रेडिट कार्ड अकाउंट की जानकारी दी गई है। अब वहां स्टेटस 'सेटल' (Settled) लिखा दिखेगा, क्योंकि आपने पूरी रकम नहीं चुकाई थी। यह 'क्लोज्ड' (Closed - यानी पूरा भुगतान) और 'राइट ऑफ' (Written Off - यानी 180 दिनों तक कोई भुगतान नहीं) से बिल्कुल अलग स्थिति है।
सिबिल स्कोर सुधारने के लिए ये कदम उठाएं:
अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को बारीकी से जांचें:
CIBIL से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट हासिल करने के बाद, उसे ध्यान से पढ़ें। देखें कि कहीं कोई गलती या पुरानी जानकारी तो दर्ज नहीं है। अगर आपको कोई भी गड़बड़ी नज़र आए, तो तुरंत उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करें। गलत जानकारी हटने से आपका स्कोर बेहतर हो सकता है।
दूसरे बकाया कर्ज़ चुकाने की कोशिश करें:
एक्सिस बैंक के अनुसार, अगर मुमकिन हो, तो अपने दूसरे मौजूदा लोन, जैसे पर्सनल लोन या कोई और EMI, को समय पर या उससे पहले चुकाने की कोशिश करें। यह बैंकों को दिखाता है कि आप अपनी वित्तीय जिम्मेदारियों को समझते हैं और इससे धीरे-धीरे आपका क्रेडिट स्कोर सुधर सकता है।
क्रेडिट लिमिट का कम इस्तेमाल करें:
कोशिश करें कि आप अपने किसी भी क्रेडिट कार्ड की कुल लिमिट का 30% से ज्यादा इस्तेमाल न करें। उदाहरण के लिए, अगर आपके कार्ड की लिमिट 1 लाख रुपये है, तो 30,000 रुपये से ज्यादा खर्च न करें। कम क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो (Credit Utilisation Ratio) को अच्छा माना जाता है और यह आपके स्कोर पर सकारात्मक असर डालता है।
सभी बिल समय पर चुकाएं, एक भी दिन की देरी नहीं:
यह सबसे ज़रूरी बात है। अपने सभी बिल, चाहे वो क्रेडिट कार्ड का हो, लोन की EMI हो, या फिर मोबाइल-बिजली का बिल, हमेशा समय पर चुकाएं। देर से किया गया भुगतान आपके क्रेडिट स्कोर को बुरी तरह नुकसान पहुंचा सकता है. आप रिमाइंडर लगा सकते हैं या ऑटोमैटिक पेमेंट का विकल्प चुन सकते हैं ताकि कोई भी बिल मिस न हो।
बार-बार क्रेडिट के लिए अप्लाई न करें:
जब भी आप किसी नए लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं, तो बैंक आपकी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करते हैं, जिसे 'क्रेडिट इन्क्वायरी' कहते हैं। कम समय में बहुत ज्यादा इन्क्वायरी होने से आपका स्कोर गिर सकता है। इसलिए, नए क्रेडिट कार्ड या लोन के लिए तभी अप्लाई करें जब वाकई बहुत ज़रूरत हो।
क्रेडिट कार्ड सेटलमेंट एक मजबूरी हो सकती है, लेकिन यह आपकी फाइनेंशियल कहानी का अंत नहीं है। थोड़ी समझदारी और अनुशासन से आप अपने सिबिल स्कोर को फिर से पटरी पर ला सकते हैं और एक मजबूत वित्तीय भविष्य की नींव रख सकते हैं।
--Advertisement--