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Up Kiran, Digital Desk: बीती रात गाजियाबाद के मसूरी इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जहां नोएडा पुलिस की एक टीम पर वांछित आरोपी को अरेस्ट करने के दौरान हमला कर दिया गया। इस हमले में एक बहादुर कांस्टेबल सौरभ को गोली लगी और दुर्भाग्यवश उनकी जान चली गई। यह घटना पुलिसकर्मियों की जान पर बन आने वाले खतरों को एक बार फिर उजागर करती है।

क्या हुआ था

रविवार देर रात नोएडा पुलिस की टीम गाजियाबाद के मसूरी स्थित नाहल गांव में कादिर नामक एक कुख्यात अपराधी को अरेस्ट करने पहुंची थी। कादिर पर गैंगस्टर गतिविधियों चोरी और डकैती जैसे गंभीर आरोपों से जुड़े 16 मामले दर्ज हैं और वह मसूरी थाने का हिस्ट्रीशीटर है। जैसे ही पुलिस ने छापेमारी शुरू की कादिर के घर के बाहर भीड़ इकट्ठा हो गई और पुलिस टीम पर अचानक पथराव शुरू कर दिया। इसी दौरान बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग भी कर दी जिसमें टीम में शामिल कांस्टेबल सौरभ के सिर में गोली लग गई।

सौरभ की शहादत

गोली लगने के तुरंत बाद घायल कांस्टेबल सौरभ को नेहरू नगर स्थित यशोदा अस्पताल ले जाया गया मगर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस दुखद घटना में कई अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं जिनका मेडिकल परीक्षण कराया गया है। यह वाकई एक दुखद क्षण है जब कानून व्यवस्था बनाए रखने वाला एक जांबाज सिपाही कर्तव्य निभाते हुए शहीद हो गया।

पुलिस का बयान और आगे की कार्रवाई

डीसीपी ग्रामीण सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि 25 मई को मसूरी थाने को गौतमबुद्ध नगर के सिपाही सौरभ को गोली लगने की सूचना मिली थी। उनकी टीम तुरंत उन्हें अस्पताल ले गई मगर उन्हें बचाया नहीं जा सका। यह घटना कादिर को अरेस्ट करने के दौरान हुई। पुलिस ने उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

आरोपी कादिर अरेस्ट

अच्छी खबर यह है कि हमले के मुख्य आरोपी कादिर को अरेस्ट कर लिया गया है और उसे स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया है। कादिर जैसे अपराधियों का समाज में मौजूद होना गंभीर चिंता का विषय है और ऐसे में पुलिस की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।

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