
Up Kiran, Digital Desk: गाजा पट्टी एक बार फिर इजरायल रक्षा बलों (IDF) और हमास के बीच तेज होते संघर्ष का केंद्र बन गई है, जिससे क्षेत्र में अस्थिरता और मानवीय संकट गहरा गया है। नवीनतम सैन्य कार्रवाई में, आईडीएफ ने हमास के एक महत्वपूर्ण कमांडर बशर थाबेट को मार गिराने का दावा किया है, जबकि गाजा में 75 आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले भी किए गए हैं।
आईडीएफ के अनुसार, बशर थाबेट दक्षिणी गाजा पट्टी में हमास के सैन्य अभियानों में एक केंद्रीय व्यक्ति था, और उसकी मृत्यु को हमास के नेतृत्व के लिए एक गंभीर आघात माना जा रहा है। इजरायली सेना ने इन हमलों का उद्देश्य हमास की सैन्य क्षमताओं को पंगु बनाना और इजरायल की सुरक्षा सुनिश्चित करना बताया है। लक्षित ठिकानों में हथियार डिपो, रॉकेट लॉन्च स्थल और हमास द्वारा उपयोग की जाने वाली भूमिगत सुरंगें शामिल थीं।
इन सैन्य कार्रवाइयों का गाजा पट्टी के पहले से ही कमजोर नागरिक आबादी पर विनाशकारी प्रभाव पड़ रहा है। लगातार हवाई हमले और बढ़ती हिंसा से हजारों लोग विस्थापित हो रहे हैं, और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान हो रहा है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां गाजा में तेजी से बिगड़ती मानवीय स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त कर रही हैं, जहाँ भोजन, पानी, बिजली और चिकित्सा आपूर्ति की गंभीर कमी हो रही है।
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने दोनों पक्षों से संयम बरतने और तनाव कम करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया है। गाजा में हिंसा का यह नया दौर क्षेत्र में शांति प्रयासों को और अधिक बाधित कर सकता है और पहले से ही जटिल मध्य पूर्व परिदृश्य में नई चुनौतियों को जन्म दे सकता है।
नागरिकों की सुरक्षा और मानवीय गलियारों की स्थापना सुनिश्चित करना सर्वोच्च प्राथमिकता बन गया है, ताकि संघर्ष के बीच फंसे लाखों लोगों को सहायता प्रदान की जा सके। यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि गाजा संघर्ष का कोई त्वरित या आसान समाधान नहीं है, और इसका मानवीय मूल्य लगातार बढ़ता जा रहा है।
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