
संत प्रेमानंद महाराज की प्रस्तावित रात्रि पदयात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। आयोजकों ने यह निर्णय भारी संख्या में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए लिया। सुरक्षा कारणों और व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह जरूरी कदम उठाया गया।
पदयात्रा में हजारों की संख्या में भक्तों के आने की संभावना पहले ही जताई जा रही थी। लेकिन वास्तविक संख्या उम्मीद से कहीं अधिक हो गई, जिससे प्रशासन और आयोजकों के सामने भीड़ को संभालना मुश्किल हो गया। ऐसे में यह तय किया गया कि फिलहाल यात्रा को रोक दिया जाए ताकि किसी तरह की अव्यवस्था या हादसा न हो।
संत प्रेमानंद महाराज के प्रवचनों और शिक्षाओं से प्रेरित होकर दूर-दूर से लोग इस यात्रा में भाग लेने पहुंचे थे। पदयात्रा का उद्देश्य भक्ति भाव और सेवा भावना को फैलाना था। इस रात्रि यात्रा में लोगों का उत्साह देखने लायक था, लेकिन भीड़ नियंत्रण की चुनौती को देखते हुए संत और आयोजकों ने भक्तों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कार्यक्रम को स्थगित कर दिया।
इस फैसले से कई श्रद्धालु निराश दिखे। उन्होंने कहा कि वे दूर-दराज से सिर्फ इस यात्रा में शामिल होने आए थे। हालांकि, अधिकतर लोगों ने संत के फैसले को समझदारी भरा बताया और कहा कि भक्तों की भलाई सबसे पहले है।
आयोजकों ने यह भी कहा है कि जल्द ही पदयात्रा के लिए नया समय तय किया जाएगा और इसकी जानकारी सभी को दी जाएगी। उन्होंने भक्तों से धैर्य बनाए रखने और संयम बरतने की अपील की है।
संत प्रेमानंद महाराज ने सभी श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए कहा कि भक्ति का मार्ग श्रद्धा और अनुशासन से चलता है, और सुरक्षा हर किसी की जिम्मेदारी है।
--Advertisement--