
Up Kiran, Digital Desk: सुजलॉन एनर्जी (Suzlon Energy) के शेयरों में हाल ही में लगभग 4% की गिरावट देखी गई है, लेकिन ब्रोकरेज फर्मों का इस कंपनी पर भरोसा अभी भी मजबूत है। कई प्रमुख रिसर्च फर्मों ने कंपनी के लिए अपने मूल्य लक्ष्य (price target) को बढ़ाकर ₹80 कर दिया है। यह तेजी कंपनी की मजबूत तिमाही नतीजों, रिकॉर्ड डिलीवरी, लगातार बढ़ते ऑर्डर और घरेलू पवन ऊर्जा (wind energy) की मजबूत मांग के कारण है।
तिमाही नतीजों का प्रभाव:वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1 FY26) में, सुजलॉन एनर्जी ने बढ़िया प्रदर्शन किया है। कंपनी का राजस्व 55% बढ़कर ₹3,117 करोड़ हो गया, जबकि EBITDA में 62% की वृद्धि दर्ज की गई। हालांकि, एक बार के ₹134 करोड़ के डेफेर्ड टैक्स चार्ज (deferred tax charge) के कारण शुद्ध लाभ (net profit) अनुमानों से थोड़ा कम रहा, जिसमें 7% की वृद्धि देखी गई। इसके बावजूद, ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि कंपनी की ऑर्डर बुक मजबूत है और पवन ऊर्जा क्षेत्र में उसकी स्थिति बेहतर हो रही है।
विश्लेषकों का नज़रिया:मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal), जेएम फाइनेंशियल (JM Financial) और नुवामा (Nuvama) जैसी फर्मों ने सुजलॉन के लिए 'खरीदें' (Buy) की रेटिंग बनाए रखी है और मूल्य लक्ष्य ₹80 निर्धारित किया है। यह लक्ष्य मौजूदा शेयर मूल्य से काफी अधिक होने की संभावना दर्शाता है। विश्लेषकों का कहना है कि कंपनी की एग्जीक्यूशन (execution) क्षमता, 60% वार्षिक विकास का अनुमान, और घरेलू बाजार में उसकी मजबूत पकड़, अल्पकालिक चुनौतियों जैसे CFO के इस्तीफे से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हैं।
निवेशकों के लिए सलाह: हालांकि शेयर में थोड़ी गिरावट आई है, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि यह एक स्वस्थ समेकन (consolidation) का हिस्सा हो सकता है। निवेशक कंपनी के बढ़ते ऑर्डर बुक (5.7 GW), पवन ऊर्जा के क्षेत्र में उसकी अग्रणी स्थिति और सरकार की नवीकरणीय ऊर्जा नीतियों का लाभ उठाने की क्षमता पर ध्यान दे सकते हैं। इसके साथ ही, कंपनी की एग्जीक्यूशन निरंतरता और ऑर्डर प्राप्ति पर भी नज़र रखना महत्वपूर्ण होगा। कुल मिलाकर, सुजलॉन एनर्जी भारत के बढ़ते नवीकरणीय ऊर्जा बाजार में एक मजबूत खिलाड़ी बनी हुई है।