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Up Kiran, Digital Desk: आजकल लोगों को जब भी पैसों की ज़रूरत पड़ती है, तो वे पर्सनल लोन लेना पसंद करते हैं. और इसमें सबसे बड़ी भूमिका निभा रही हैं डिजिटल नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियाँ (NBFCs). एक ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल की पहली तिमाही में दिए गए कुल पर्सनल लोन में से 80% लोन डिजिटल NBFCs ने ही दिए हैं. यह दिखाता है कि लोग अब बैंक जाने के बजाय अपने फ़ोन से ही लोन लेना कितना पसंद कर रहे हैं.

आसान भाषा में कहें, तो हर 5 में से 4 पर्सनल लोन डिजिटल तरीके से दिए गए. इनकी कुल कीमत 43,019 करोड़ रुपये थी, जो 3 करोड़ लोगों को दिए गए. ये कंपनियाँ छोटे शहरों और गाँवों तक भी पहुँच रही हैं और उन लोगों को भी लोन दे रही हैं, जिन्हें पहले बैंक से लोन मिलना मुश्किल होता था.

युवाओं की पहली पसंद: एक और खास बात यह है कि लोन लेने वालों में 61% लोग 35 साल से कम उम्र के हैं. यानी, युवा अपनी ज़रूरतों, जैसे कि पढ़ाई, कोई नया गैजेट खरीदना या फिर किसी मेडिकल इमरजेंसी के लिए, इन डिजिटल NBFCs पर भरोसा कर रहे हैं. अच्छी बात यह भी है कि अब महिलाएँ भी पहले से ज़्यादा लोन ले रही हैं.

इस रिपोर्ट से एक बात तो साफ़ है कि भारत में लोन लेने और देने का तरीका बदल रहा है. लोग अब लंबी लाइनों और कागज़ी कार्यवाही से बचकर तुरंत और आसानी से लोन पाना चाहते हैं और डिजिटल NBFCs उनकी इस ज़रूरत को बखूबी पूरा कर रही हैं.