
Up Kiran, Digital Desk: नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) देश में मेडिकल शिक्षा में प्रवेश के लिए सबसे प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में से एक है। हर साल लाखों छात्र इसमें शामिल होते हैं, लेकिन सभी को एमबीबीएस (MBBS) की सीट नहीं मिल पाती। अगर आप भी उन छात्रों में से हैं जिन्हें इस साल नीट में सीट नहीं मिली, तो निराश न हों! डॉक्टर बनने के और भी कई रास्ते हैं, जिनमें कुछ वैकल्पिक मेडिकल कोर्स या विदेश में पढ़ाई शामिल है।
यहां कुछ ऐसे विकल्प दिए गए हैं जिन पर आप विचार कर सकते हैं:
वैकल्पिक चिकित्सा पाठ्यक्रम (Alternative Medical Courses in India):
भारत में MBBS के अलावा भी कई मान्यता प्राप्त मेडिकल कोर्स हैं जो आपको डॉक्टर बनने का अवसर देते हैं:
BAMS (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी): आयुर्वेदिक चिकित्सा पर आधारित।
BHMS (बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी): होम्योपैथी चिकित्सा पर केंद्रित।
BUMS (बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी): यूनानी चिकित्सा पद्धति का कोर्स।
BSMS (बैचलर ऑफ सिद्धा मेडिसिन एंड सर्जरी): सिद्धा चिकित्सा पद्धति पर आधारित।
BNYS (बैचलर ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगिक साइंसेज): प्राकृतिक चिकित्सा और योग पर केंद्रित।
इन सभी कोर्सों के लिए भी NEET स्कोर की आवश्यकता होती है, लेकिन कट-ऑफ आमतौर पर MBBS से कम होती है।
विदेश में एमबीबीएस (MBBS Abroad):
कई भारतीय छात्र विदेश के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की पढ़ाई करना चुनते हैं। यह एक व्यवहार्य विकल्प हो सकता है यदि आप भारत में सीट हासिल करने में असमर्थ हैं। लोकप्रिय देशों में यूक्रेन, जॉर्जिया, रूस, चीन, फिलीपींस और किर्गिस्तान शामिल हैं।
योग्यता: आमतौर पर 12वीं में विज्ञान विषयों में अच्छे अंक और NEET में योग्यता स्कोर आवश्यक होता है।
भारत में अभ्यास: विदेश से एमबीबीएस करने के बाद, आपको भारत में अभ्यास करने के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) द्वारा आयोजित विदेशी चिकित्सा स्नातक परीक्षा (FMGE) या भविष्य में राष्ट्रीय निकास परीक्षा (NExT) उत्तीर्ण करनी होगी।
अन्य पैरामेडिकल और संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान पाठ्यक्रम (Other Paramedical and Allied Health Science Courses):
यदि आप सीधे डॉक्टर नहीं बन पा रहे हैं, तो आप अन्य स्वास्थ्य सेवा भूमिकाओं पर विचार कर सकते हैं जो चिकित्सा क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं:
B.Sc. Nursing: नर्स के रूप में काम करने के लिए।
BPT (बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी): फिजियोथेरेपिस्ट बनने के लिए।
B.Pharm (बैचलर ऑफ फार्मेसी): फार्मासिस्ट बनने के लिए।
BMLT (बैचलर ऑफ मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी): लैब तकनीशियन बनने के लिए।
ऑप्टोमेट्री, न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स आदि।
--Advertisement--