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झारखंड के CM हेमंत सोरेन कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुश्किल में फंस गए हैं। सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने सुबह 7 बजे से दिल्ली के शांति निकेतन स्थित हेमंत सोरेन के घर समेत 3 ठिकानों पर छापेमारी शुरू की, जो देर रात तक जारी रही।

जिस वक्त ईडी की टीम ने छापेमारी की उस वक्त हेमंत सोरेन घर पर नहीं थे। बाद में जाते वक्त ईडी ने उनकी बीएमडब्ल्यू कार भी जब्त कर ली। ईडी द्वारा जब्त की गई कार पर एचआर (हरियाणा) का नंबर है। इसलिए, हेमंत सोरेन के गायब होने की चर्चा जोरों पर है। सावधानी बरतते हुए ईडी की टीम ने एयरपोर्ट पर भी हेमंत सोरेन को लेकर अलर्ट भेजा है। यह बात भी सामने आई है कि सत्ता पक्ष के विधायकों को रांची में एक जगह इकट्ठा होने के लिए कहा गया है।

इस बीच बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने CM हेमंत सोरेन पर निशाना साधा है। दुबे ने कहा कि हेमंत सोरेन ने झामुमो और कांग्रेस समेत सहयोगी विधायकों को रांची बुलाया है। उन्होंने आगे कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार, कल्पना सोरेन को CM बनाने का प्रस्ताव आया है।

आख़िर मामला क्या है?

आरोप है कि झारखंड में माफिया जमीन के अवैध स्वामित्व परिवर्तन का बड़ा रैकेट चला रहे हैं। ईडी मामले की जांच कर रही है। इस मामले में अब तक 14 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है। पकड़े गए लोगों में 2011 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं, जो पहले राज्य के समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त के रूप में कार्यरत थीं। 48 वर्षीय झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) नेता के खिलाफ ईडी ने पिछले साल नवंबर में राज्य में कथित अवैध खनन से संबंधित एक अन्य मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच की थी।

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