
Up Kiran, Digital Desk: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पंजाब और हरियाणा में अवैध प्रवासन (illegal immigration) से जुड़े 'डोंकी रूट' मामले में बड़े पैमाने पर छापेमारी की है। ये छापे उन संगठित गिरोहों को निशाना बनाते हुए मारे गए हैं, जो लोगों को अवैध और अक्सर खतरनाक तरीकों से अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में भेजते हैं। ईडी की यह कार्रवाई इन मानव तस्करी रैकेटों से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला कारोबार के खिलाफ एक बड़ा कदम है।
सूत्रों के अनुसार, ईडी ने पंजाब और हरियाणा के कई शहरों में कई ठिकानों पर एक साथ तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और नकदी जब्त की गई है, जो इन अवैध गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों और संस्थाओं के बीच वित्तीय लेनदेन और नेटवर्क को उजागर कर सकते हैं।
डोंकी रूट शब्द का इस्तेमाल अक्सर उन अवैध प्रवासन मार्गों के लिए किया जाता है जो जटिल और कई देशों से होकर गुजरते हैं, जिसमें अक्सर शारीरिक जोखिम और भारी वित्तीय लागत शामिल होती है। इन गिरोहों के एजेंट भोले-भाले लोगों को अच्छे जीवन का लालच देकर उन्हें इन खतरनाक यात्राओं पर धकेलते हैं, और बदले में उनसे लाखों रुपये ऐंठते हैं। इन पैसों को बाद में हवाला या अन्य अवैध तरीकों से ठिकाने लगाया जाता है, जिस पर ईडी अपनी पैनी नजर बनाए हुए है।
यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) और विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के प्रावधानों के तहत की जा रही है। ईडी उन सभी वित्तीय लेनदेन की जांच कर रही है जो इन अवैध प्रवासन गतिविधियों से उत्पन्न हुए हैं, ताकि उन लोगों की पहचान की जा सके जो इस बड़े पैमाने के रैकेट को वित्तपोषित कर रहे हैं या उससे लाभ कमा रहे हैं।
हाल के समय में, अमेरिका-कनाडा सीमा पर अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश कर रहे कई भारतीयों की दुखद मौतें हुई हैं, जिससे इन 'डोंकी रूट' रैकेटों की भयावहता सामने आई है। ईडी की यह छापेमारी इन गिरोहों की जड़ों तक पहुंचने और उन्हें ध्वस्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, ताकि ऐसी मानव तस्करी को रोका जा सके और पीड़ितों को बचाया जा सके। इस जांच से आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।
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