
Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश के पुलिस विभाग के मुखिया, यानी डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DGP), श्री हरीश कुमार गुप्ता, तिरुमाला में भक्तों और महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा को लेकर काफी गंभीर हैं। उन्होंने हाल ही में इस बात पर खास तौर पर जोर दिया है कि तिरुमाला जैसे पवित्र और भीड़भाड़ वाले स्थान पर सुरक्षा व्यवस्था को और भी ज़्यादा मज़बूत करने की सख्त ज़रूरत है।
डीजीपी साहब का यह निर्देश ऐसे समय में आया है जब तिरुमाला में दो बहुत बड़े और महत्वपूर्ण आयोजन होने वाले हैं। पहला है 10 जून को देश की राष्ट्रपति का दौरा, और दूसरा है 21 जुलाई को होने वाली वार्षिक गिरि प्रदक्षिणा, जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं। ऐसे मौकों पर सुरक्षा एक बहुत बड़ी चुनौती बन जाती है।
डीजीपी ने संबंधित अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की और साफ कहा कि सभी महत्वपूर्ण जगहों पर, खासकर मंदिर परिसर के अंदर और बाहर, साथ ही प्रवेश और निकास द्वारों पर कड़ी निगरानी रखी जाए। उन्होंने यह भी कहा कि ज़रूरत के हिसाब से और ज़्यादा पुलिस बल तैनात किया जाए, जिसमें सामान्य पुलिस के साथ-साथ विशेष टीमें भी शामिल हों।
सुरक्षा को और प्रभावी बनाने के लिए, उन्होंने पुलिस, टीटीडी की अपनी सतर्कता टीम, राजस्व विभाग और इंजीनियरिंग विभाग जैसी सभी एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल (coordination) पर जोर दिया। उनका मानना है कि जब सभी विभाग मिलकर काम करेंगे, तभी सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक-चौबंद हो पाएगी।
डीजीपी हरीश कुमार गुप्ता ने यह भी कहा कि सुरक्षा में लगे हर एक कर्मी को पूरी तरह से अलर्ट और मुस्तैद रहना चाहिए।
यह दिखाता है कि राज्य सरकार और पुलिस विभाग तिरुमाला आने वाले लाखों भक्तों और गणमान्य व्यक्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते और इसे अपनी सबसे बड़ी प्राथमिकता मान रहे हैं।
--Advertisement--